केदारनाथ में पूजा विवाद पर रावल की खुली चुनौती

हरिद्वार। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने कहा कि केदारनाथ में जो व्यवस्था चली आ रही है अगर उसमें किसी ने भी दखल दिया तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। इस पर चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री से भी मिलने की बात कही है। रावल ने कहा कि शंकराचार्य केदारनाथ में पूजा को लेकर झूठा प्रचार व देश में अशांति फैलाने का कार्य कर रहे है। वे अपने मठ में बैठकर केवल धर्म का प्रचार करें। रावल ने कहा कि मेरे जीते जी केदारनाथ में जो पद्धति चली आ रही है उसे कोई खंडित नहीं कर सकता।
रावल के ताजा बयान के बाद बाबा केदार की पूजा को लेकर संतों व रावल के बीच वाक युद्ध और गरमाता दिखाई दे रहा है। जहां संत केदारनाथ धाम जाकर मंदिर परिसर व गर्भ गह की साफ सफाई व शुद्धिकरण कर पूजा करने पर अडिग हैं, वहीं मंदिर समिति ने उखीमठ में भोले बाबा की पूजा भी शुरू कर दी है।
मंदिर समिति का तर्क है कि जब तक केदारनाथ मंदिर का शुद्धिकरण नहीं हो जाता है तब तक वहां शिव की पूजा नहीं की जा सकती है। वहीं संतों ने केदार बाबा की अन्यत्र जगह पर पूजा किए जाने को गलत बताया है। बुधवार को इसी मुद्दे पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती व केदानाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने एक दूसरे पर शब्द बाण छोडे। संतों की इस लडाई में कूदे स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा है कि केदारनाथ के साथ ही धारी देवी को भी उनके मूल स्थान पर स्थापित कर पूजा की जानी चाहिए।

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