रीयल एस्टेट में हवाला के जरिये खपाया जा रहा कालाधन

नई दिल्ली। रीयल एस्टेट क्षेत्र में हवाला के जरिये कालेधन को जमकर खपाया जा रहा है। डेवलपर हवाला के जरिये भुगतान में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। रीयल्टी सौदों के लिए अपनाए जा रहे इन गैरकानूनी तौर-तरीकों को पोर्टल कोबरापोस्ट डॉट कॉम के एक स्टिंग में उजागर किया गया है। स्टिंग में कम से कम 35 डेवलपरों ने प्रॉपर्टी सौदों की कीमत के रूप में काला धन स्वीकार करने की बात मानी है। कई डेवलपरों ने प्रशासन की नजर से बचने के लिए विदेश में भुगतान का विकल्प दिया।

स्टिंग में सामने आए कई डेवलपर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के हैं और कई मुंबई सहित देश के विभिन्न भागों के हैं। कोबरापोस्ट के मुताबिक देश के नौ प्रदेशों में 18 महीने में यह स्टिंग ऑपरेशन पूरा किया गया है। एक संवाददाता सम्मेलन में स्टिंग की ट्रांसक्रिप्ट और वीडियो रिकॉर्डिग जारी करते हुए पोर्टल के पदाधिकारियों ने कहा कि डेवलपर कंपनियों के एक्जिक्यूटिव्स ने प्रॉपर्टी की कीमत की 10 से 18 फीसद तक रकम काले धन के रूप में किसी भी जगह भुगतान कराने की हामी भरी। उन्होंने यह भुगतान दुबई, बैंकॉक, सिंगापुर और अमेरिका या किसी अन्य जगह हवाला चैनल के जरिये कराने की इच्छा जताई।

इन एक्जिक्यूटिव्स में कुछ सीईओ और सीएमडी स्तर के हैं। ये 35 रीयल एस्टेट कंपनियां एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक की हैं।

कंपनियों ने आरोप नकारे

कुछ कंपनियों से संपर्क किए जाने पर उन्होंने प्रॉपर्टी सौदों में काला धन स्वीकार किए जाने के आरोप को पूरी तरह से खारिज किया। जबकि कुछ कंपनियों ने कहा कि वे संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ पहले ही कार्रवाई कर चुकी हैं।

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