‘आप’ बैठकः सुबह से ही था हिंसक माहौल, जमकर हुआ बवाल

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के भीतर खीची तलवारें अब खुल कर सामने आ गई हैं। राष्ट्रीय परिषद की बैठक से बाहर निकले योगेंद्र यादव ने कहा कि बैठक में लात-घुसे चले और बाउंसरों से पिटवाया गया। पूरी घटना के दौरान योगेंद्र यादव पहली बार अपनी खासी नाराजगी जाहिर करते नजर आए। आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले ही वहां काफी हो हल्ला मचा था। सुबह से ही माहौल पूरा हिंसक नजर आ रहा था। बैठक में शामिल नहीं होने देने को लेकर योगेंद्र यादव से धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद योगेंद्र यादव अपने कुछ समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। फिर बैठक में शामिल होने के लिए पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल वहां पहुंचे। केजरीवाल के पहुंचने पर बैठक की शुरूआत हुई। इस दौरान केजरीवाल ने 40 मिनट तक भाषण दिया। जिसमें पार्टी के शुरूआती दिनों से लेकर चुनाव और फिर सरकार बनने तक का जिक्र किया गया।

केजरीवाल के भाषण के दौरान बीच में कुछ लोग कथित तौर पर नारेबाजी करने लगे और ‘गद्दारों’ को बाहर निकालने की मांग करने लगे। योगेंद्र के अनुसार फिर केजरीवाल भाषण छोड़ जाने लगे और बैठक की अध्यक्षता गोपाल राय को सौंप दी। अभी गोपाल राय जिम्मेदारी संभालने ही वाले थे कि मनीष सिसोदिया ने मंच पर कब्जा कर लिया और प्रस्ताव पढ़ने लगे।

निकाले गए नेताओं के अनुसार सिसोदिया ने आप के चारों विरोधी नेताओं योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रो.आनंद कुमार व अजीत झा को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर निकालने का फरमान सुना दिया। योगेंद्र यादव व समर्थकों ने इसका विरोध किया और चर्चा व वोटिंग की मांग की। तभी इन सभी लोगों पर हमला कर दिया गया। योगेंद्र यादव व इनके समर्थकों पर बाउंसरों से हमले कराए गए। लात-घूसे चले और जमकर हंगामा किया गया।

बैठक से बाहर निकले योगेद्र यादव तमतमाए दिखे। यादव ने बताया कि बैठक में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई। हमारी मांगों को नहीं माना गया और बिना वोटिंग व चर्चा के ही हमें निकालने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। उनके अनुसार विरोध के बाद कुछ विधायक गुंडागर्दी पर उतर आए। उन्होंने बताया कि अंदर खूब लात-घूसे चलाए गए और हमें बाउंसरों से पिटवाया गया। हमारे समर्थक रमजान चौधरी को घसीट कर पीटा गया। उन्हें हड्डी में चोट आई है।
बैठक स्थल का पूरा माहौल हंगामेदार रहा। स्थल पर भारी संख्या में मीडियाकर्मी व पुलिस बल तैनात थे।

 

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