एनडीपी नेतृत्व के चर्चा में जगमीत सिंह

औटवा। एनडीपी नेतृत्व चर्चा में अपनी प्रतिद्वंदियों से चारों ओर घिरे जगमीत सिंह अपने आपको इस पद की दौड़ में अब पीछे होते अनुभव कर रहे हैं। इन स्थितियों को देखते हुए जगमीत सिंह के सहचर अपनी जीत और उनकी हार की कल्पना संजो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले माह उनके जोर शोर से किए गए प्रचार अभियान को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जगमीत सिंह ही इस पद को प्राप्त करेंगे, परन्तु आज की परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा लग रहा हैं कि जगमीत सिंह कुछ दुर्बल प्रतीत हो रहे हैं, परन्तु समय की प्रतीक्षा सभी को रहेगी जिसमें यह देखना हैं कि ऊंट किस करवट बैठता हैं। ट्रुडो सरकार द्वारा पिछले कुछ दिनों में किए गए नाटकीय बदलावों के कारण सभी विपक्षी पार्टियों में हलचल मच गई हैं, विशेष तौर पर उनके द्वारा सैन्य शक्तियां बढ़ाने की घोषणा, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाते हुए रोजगार के नए अवसरों की बात करना और कई प्रकार की कल्याणकारी नीतियों के शुभारंभ से लोगों का विश्वास दूसरी पार्टियों के प्रति डगमगा रहा हैं, इसके अलावा अन्य पार्टियों के विभिन्न सांसदों द्वारा अनेक ऐसे मुद्दे उठाए गए जिनकी इस चर्चा में सिंह कोई विश्वसनीय जवाब नहीं दे पाएं। मानीटोबा सांसद निकी आशटन ने कहा कि हमारा केंद्रीय दल विपक्ष में अवश्य हैं, परन्तु हम एक और चुपचाप नहीं बैठ सकते और इसके लिए मुख्य मुद्दों पर हमें आवाज उठानी होगी, जिससे लोगों को यह बता सके कि हमें एक ऐसा नेता चाहिए जो लोगों में अपना विश्वास जगा सके, जिसकी बातों का महत्व सभी समझे और उस पर अमल करने के लिए सदैव तत्पर रहें। इस प्रकार के चर्चा के कारण जगमीत सिंह को इस पद प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
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