ओंटेरियो एलटीसी का अपने लक्ष्य तक पहुंचना हुआ कठिन : दस्तावेज

Ontario LTC finding it difficult to reach its goals: documents

Ontario LTC finding it difficult to reach its goals: documents

ओंटेरियो। ओंटेरियो एलटीसी द्वारा एक बार फिर से संकटों का दौर आरंभ हो गया हैं, राज्य के सभी दीर्घ-कालीन केयर होमस में नर्सों और संबंधित स्टाफ की कमी के कारण वर्तमान में लक्ष्यों की प्राप्ति करना कठिन दिखाई दे रहा हैं। सरकारी दस्तावेजों में भी माना जा रहा हैं कि यदि इन कमियों को पूरा नहीं किया गया तो यह संकट और अधिक बढ़ सकता हैं।

ज्ञात हो कि गत वर्ष सितम्बर में इस संबंध में जारी एक रिपोर्ट में भी माना गया था कि राज्य के अधिकतर दीर्घ-कालीन केयर होमस में नर्सों की कमियों का संकट उभर रहा हैं और यदि इसे समय से नियंत्रित नहीं किया गया तो यह संकट और अधिक गहरा सकता हैं। वर्तमान आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया जा रहा हैं कि अभी भी इन केयर होमस में 13,200 अतिरिक्त नर्सों की आवश्यकता हैं और 37,700 पीएसडब्लयू की जरुरत हैं।

फिलहाल इन कमियों को पूरा करने के लिए लोन्ग-टर्म केयर मंत्री स्टेन चॉ ने मीडिया को बताया कि राज्य में मौजूद केयर होमस की संख्या बढऩे से भी यह समस्या उत्पन्न हुई हैं, जिसके लिए और अधिक एलटीसी सेवाओं की आवश्यकता हो रही हैं इसके लिए वर्तमान में 30,000 अतिरिक्त बिस्तरों की संख्या भी बढ़ी और इसकी तुलना में स्टाफ संख्या पुरानी ही हैं, जिसके कारण अब इनकी कमियां प्रबंधन में व्यवधान उत्पन्न कर रही हैं, वर्तमान संकट को हल करने के लिए नर्सों की नई संख्या तक पहुंचना होगा, जिसके लिए हजारों नियुक्तियां आपातकाल के अनुसार करनी होगी, तभी वर्तमान संकट को हल करने में मदद मिलेगी और ओंटेरियो अपने लक्षित उद्देश्य तक आसानी से पहुंच सकेगा।

ज्ञात हो कि वर्ष 2021 में ही प्रोगरेसीव कंसरवेटिव सरकार ने इस समस्या को भांपते हुए कुछ नियुक्तियों को आरंभ किया था, जिसमें नर्सों की प्रतिदिन नियुक्ति चार घंटों के आधार पर की जा रही थी और पीएसडब्ल्यू वर्करों को डेली वेजस के अनुसार रखा गया था, इनकी नियुक्तियां अस्थाई तौर पर 2025 तक सुनिश्चित की गई थी, जिनके कार्य करने का समय तीन घंटे सुनिश्चित किया गया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने जैसे ही सत्ता संभाली इस बारे में बदलाव करते हुए इनकी नियुक्तियों को आगे बढ़ाने के लिए कोई भी वर्तमान कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया, जिसके कारण गत वर्ष 31 मार्च, 2023 को समाप्त हुई कई नियुक्तियां पुन: नहीं की गई और समस्या और अधिक बढ़ गई।

यह स्थिति गत सितम्बर में और अधिक बिगड़ गई क्योंकि इसके बाद भी कोई भी नई नियुक्ति नहीं हुई। जानकारों का यह भी मानना है कि वर्तमान सरकार को इन नियुक्तियों की संख्या बढ़ाने के लिए इनके संबंधित नियमों को और अधिक सरल बनाना होगा जिससे ये अधिक से अधिक संख्या में पूरी की जा सके और अधिकतर युवा आकर्षित होकर इन जॉबस को करने के लिए अपनी इच्छा जाहिर करते हुए वरिष्ठ नागरिकों की सेंवाओं के लिए अपनी रुचि दिखाएं और आगे के भविष्य में वित्तीय लाभ भी प्राप्त कर सके।

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