पिता बनकर देखिए भगवान से शिकायत करना छोड़ देंगे

आज फादर्स डे हैं। आपके कोई पिता होंगे और कभी आप भी पिता होंगे। लेकिन आपके पिता के ऊपर भी एक पिता है जो संपूर्ण संसार का पिता है, वह परमपिता जिसने संसार को उत्पन्न किया है। इस परमपिता को हम ईश्वर के नाम से पुकारते हैं।
खुशी के समय भले ही हम उसे याद करें न करें लेकिन जब कष्ट होता है तब उसे जरूर याद करते हैं और उसे कोसते भी हैं कि हे ईश्वर, हे भगवान मेरे ही साथ ऐसा क्यों हो रहा है। मेरे दु:खों का अंत कब होगा। वास्तव में ईश्वर हम सभी को प्यार करता है क्योंकि वह सभी का पिता है। हम सभी में उसी का अंश मौजूद है।
जब हमें कष्ट होता है तब हमसे यादा ईश्वर को कष्ट होता है। ईश्वर हमें हमेशा कष्ट से बचाना चाहता है जैसे एक पिता अपने बचों को बुराईयों से, खतरों से बचाने का प्रयास करता है। आप याद करके देखिए पिता कैसे आपको उंगली पकडक़र घुमा रहे थे। कठिन रास्ता आने पर उन्होंने आपको गोद में उठा लिया था।
भगवान भी ऐसे ही है, वह आपको उंगली पकडक़र संसार की बुराईयों से बचाने की कोशिश करता है और आपको अपनी गोद में बैठाना चाहता है लेकिन जैसे खिलौनों को देखकर बचा मचल उठता है और पिता की उंगली छुड़ाकर दौड़ता और ठोकर खाकर गिर जाता है।
ठीक उसी प्रकार हम मनुष्य दुनिया की मोह माया की ओर ऐसे भागते हैं कि बार-बार ठोकर खाते हैं और परमेश्वर एक पिता की तरह आपको कष्ट में देखकर दु:खी होता है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि जो मनुष्य सांसारिक कार्य करते हुए भी हर पल मुझे ध्यान में रखता है मैं भी उसका ध्यान रखता हूं और उसे हर कष्ट से, बाधाओं से बचाते हुए उसकी रक्षा करता हूं।
मेरा भक्त कभी भी छिन्न-भिन्न बादलों की तरह नष्ट नहीं होता है। इसलिए हम सभी को उस परम पिता की उंगली थाम कर आगे बढऩा चाहिए। परमपिता सभी दु:खों से दूर रखेगा जैसे आप पिता बनकर अपने बचों का ख्याल रखते हैं। फिर आप भगवान से शिकायत करना और उसे कोसना बंद कर देंगे।

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