भारत यात्रा के दौरान ब्रैम्पटन सांसद के साथ गए निजी औद्योगिक संघ की जांच करें एथीक्स कमीश्नर : विपक्षी सांसद

सरकारी यात्रा में निजी औद्योगिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति पर उठाएं गए सवालिया निशान
विपक्षी सांसदों का कहना हैं कि सांसद राज ग्रेवाल के साथ ब्रैम्पटन निर्माण कार्यपालक का निजी व्यापारिक संगठन के प्रतिनिधियों के रुप में विदेश यात्रा पर जाना संसदीय नियमों का उल्लंघन हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ट्रुडो के साथ घनिष्ठता के कारण मिला सुनहरा मौका। 
औटवा। संसदीय नियमों के उल्लंघन की बात करते हुए दोनों प्रमुख विपक्षी दलों के सांसदों का कहना हैं कि अभी हाल ही में भारत यात्रा से लौटे दल में ब्रैम्पटन निर्माण कार्यपालक युसुफ येनीलमेज का होना सरकार की काबलियत पर शक कर रह ा हैं, गौरतलब हैं कि पिछले माह लिबरल सरकार भारत यात्रा से लौटी हैं, जिसमें ट्रुडो के साथ एक लंबा-चौड़ा दल भी साथ गया था। इस दल में सरकारी प्रतिनिधियों के साथ साथ कुछ निजी लोगों के शामिल होने के कारण यह मुद्दा गरमाता जा रहा हैं, सूत्रों के अनुसार कंजरवेटिव सांसद स्टेफेनी कुसेए ने एथीक्स कमीश्नर से मांग की हैं कि इस यात्रा में गए सभी प्रतिनिधियों की गहन जांच की जाएं, क्योंकि जानकारी के अनुसार सांसद राज ग्रेवाल ने हाऊस ऑफ कॉमनस के नियमों को तोड़ा हैं उन्होंने ब्रैम्पटन निर्माण कार्यपालक युसुफ के साथ अपनी कुछ फोटो खिंचवाई, जिसकी पुष्टि युसुफ ने अपने फेसबुक एकाउंट पर अपनी फोटोओं को अपडेट करके की। जिन्हें देख यह स्पष्ट हो गया कि युसुफ उनके साथ भारत गया और वहां सरकारी दल के साथ ही सरकारी मेहमान का आनंद भी लिया, जोकि किसी भी देश के लिए कानून का उल्लंघन हैं। माना जा रहा है कि युसुफ का इस प्रकार से भारत यात्रा में प्रधानमंत्री के दल के साथ जाना महज एक इत्तेफाक नहीं अपितु प्रधानमंत्री ट्रुडो के साथ इनकी नजदीकियां बताई जा रही हैं। जिसकी गहन जांच की मांग उठाई जा रही हैं। यदि जांच में किसी भी प्रकार की कोई त्रुटि पाई जाती हैं तो प्रधानमंत्री समेत कई मंत्रियों पर इसकी गाज गिर सकती हैं। एनडीपी सांसद चार्ली एनगस ने अपने संदेश में लिखा कि यह बात तो स्पष्ट हैं कि इस प्रकार से किसी निजी संस्थान से जुड़े व्यक्ति को सरकारी खर्चे पर अपने साथ ले जाना एक दंडनीय अपराध हैं, जिसकी अवश्य ही कठोर जांच होनी चाहिए और परिणामों को सार्वजनिक करना चाहिए। ग्रेवाल ने अपने बचाव में कहा कि युसुुफ ने स्वयं को इस यात्रा के लिए अलग से पंजीकृत करवाया था, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी, वह भी अन्य व्यापारिक विशेषज्ञ के रुप में भी इस यात्रा में शामिल हुए। जो जांच में स्पष्ट हो जाएगी। परंतु विपक्षियों को इस बात में कहीं न कहीं त्रुटि दिखाई दे रही हैं, इसलिए उन्होंने इस पूरे मामले की गहन जांच की मांग की हैं।
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