नए मैक्सिकन राष्ट्रपति के निर्वाचन पर ‘नाफ्टा वार्ता’ पर छाई अनिश्चितता
औटवा। गत रविवार को मैक्सिको के नए राष्ट्रपति का चयन किया गया, जिसके पश्चात नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड अनुबंध समझौते पर अनिश्चितता के बादल छा गए हैं, वामपंथी पार्टी के एंडरेस मैनुअल लोपेज ओबरेडर इस बार मैक्सिको के नए राष्ट्रपति चुने गए जिसके पश्चात यह माना जा रहा हैं कि इससे नाफ्टा वार्ता में बहुत अधिक संकट छा गए हैं, अमेरिका की बढ़ती दखलअंदाजी से यह मामला बहुत अधिक पेचीदा होता जा रहा हैं। कैनेडा और अमेरिका के बढ़ते व्यापारिक विवादों के बीच मैक्सिकों के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने इस विषय पर अभी कुछ नहीं बोला, जब उनसे पूछा गया कि वह इस विषय पर क्या करेंगे? तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे अपनी टीम से सलाह लेकर इस विवाद का हल खोजने का प्रयास करेंगे, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिकी योजनाओं के दबाव में कोई भी फैसला नहीं लिया जा सकेगा। मैक्सिकन राष्ट्रपति ने अपना पूर्ण विश्वास नाफ्टा की वर्तमान टीम पर जताया, और कहा कि औद्योगिक विवाद एक ओर रखते हुए हमें सभी नाफ्टा मित्रों के साथ ऐसी योजनाएं बनानी होगी जिससे सभी को लाभ मिलें। ट्रुडो ने भी अपने संदेश में कहा कि वह मैक्सिको के नए राष्ट्रपति का अपनी टीम में स्वागत करना चाहेंगे, और यह माना कि उनके आने से नाफ्टा वार्ता को और अधिक मजबूती मिल सकेगी, अन्य देशों के साथ सहयोग की भावना के साथ मैक्सिको के नए राष्ट्रपति इस टीम कार्य को और अधिक आगें लेकर जाएंगे जिससे अमेरिकी मंसूबों पर पानी फिर जाएं, अमेरिका के साथ विवादों के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह जल्द ही मैक्सिको के नए राष्ट्रपति से भेंटवार्ता का आयोजन करेंगे और आगामी स्थितियों पर गहन चर्चा भी करेंगे, इससे किसी भी प्रकार से इस चर्चा में कोई अवरोध उत्पन्न हो, वह कभी नहीं चाहेंगे। वाशिंगटन द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह स्पष्ट कहा गया कि कैनेडा-अमेरिका की दोस्ती बहुत पुरानी हैं, और दोनों देश अपनेे संबंधो को समय समय मजबूत करने के लिए योजनाएं बनाते रहते हैं, और इस बार उठे व्यापारिक समझौते से भी निपटने के लिए दोनों देशों के विचारक प्रयासरत हैं। क्योंकि यदि किसी भी प्रकार से इन संबंधों में दरार आती हंै तो इसका असर दोनों देशों पर पड़ेगा, जिसके लिए कोई भी तैयार नहीं।
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