कैनेडा ने लतविया मिशन को बढ़ाया : और अधिक सैनिक भेजें जाएंगे

टोरंटो। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने अपने कथन अनुसार लतविया मिशन के लिए और अधिक सैन्य सहायता की घोषणा की हैं, जिसके अनुसार आगामी चार वर्षों में वर्तमान सैन्य शक्ति को और अधिक किया जाएगा और सैनिकों की संख्या को बढ़ाते हुए इस मिशन का विस्तार किया जाएगा। गौरतलब हैं कि अभी 455 सैनिकों की संख्या से इस मिशन को पूरा करने का कार्य किया जा रहा हैं, जिसे बढ़ाते हुए 540 करने का प्रस्ताव पारित किया गया हैं। वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हफ्ते ब्रसेल्स में यूरोपीय देशों के नेताओं की बैठक से ठीक पहले उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों को अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष और इस संगठन के लिए पर्याप्त मात्रा में योगदान नहीं देने के लिए झिड़की लगाई है। नाटो शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए रवाना होने से पहले उन्होनें कल शाम कहा कि सदस्य देश इस संगठन के लिए उचित मात्रा में योगदान नहीं कर रहे हैं और अमेरिका के साथ उनकी व्यापार नीतियां भी दोषपूर्ण है। उन्होंने एक टवीट् करते हुए कहा किसी भी अन्य देश की तुलना में अमेरिका नाटो पर अधिक धनराशि खर्च कर रहा है और यह उचित नहीं है तथा किसी भी सूरत में स्वीकार्य भी नहीं है। जब से मैनें कार्यकाल संभाला है तो इन देशों की तरफ से किए जाने वाले योगदान का अंश बढ़ा है लेकिन उन्हें इसे और बढ़ाना चाहिए उन्होंने एक अन्य टवीट् में यह भी कहा कि अमेरिका के साथ यूरोपीय देश का अधिशेष व्यापार है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई है। वह नाटो के शुरू से ही आलोचक रहे हैं और 2016 में अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने इस संगठन के बारे में काफी बातें कही थी। उनका मानना है कि इस संगठन के रक्षा इंतजामाों पर अमेरिका अधिक धनराशि खर्च कर रहा है जो एक तरह से उस पर बोझ है। इस समय अमेरिका नाटो के सत्तर प्रतिशत खर्च का वहन कर रहा है और अन्य नाटो सदस्य देशों ने 2024 तक हर साल अपने सकल घरेलू उत्पाद की दो प्रतिशत धनराशि देने का फैसला लिया है। लेकिन स्पेन और जर्मनी की तरफ से ऐसा कोई कदम नहीं दिखता है। अमेरिका द्वारा इस प्रकार अपने हाथ खींच लेने से सभी नाटो देश हैरानी में हैं और उन्होंने इसे एक मूर्खतापूर्ण फैसला सुनाया हैं, जिस पर पुन: विचार की संभावना हैं, अन्य देशों ने इस बात को भी असत्य बताया कि अमेरिका नाटों पर अधिक धन खर्च कर रही हैं, शेष अमेरिकन देश इस ओर कोई ध्यान हीं नहीं दे रहें, जबकि कैनेडा ने अपने मिशन में भी विस्तार की घोषणा की और समय-समय पर इससे संबंधित कई कार्यों को भी अंजाम दे रहे हैं।
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