पुलिस बस पर आतंकी हमला, कैदी की मौत

श्रीनगर। पाक रमजान में भी आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे। हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले नागरिक सचिवालय से सटे बटमालू में एक पुलिस बस पर हमला कर दिया। यह बस विचाराधीन कैदी और दुर्दात आतंकी शकील कसाना उर्फ उबैदुल्लाह को लेकर बारामूला जा रही थी। हमले में आतंकी शकील मारा गया, जबकि चार पुलिसकर्मियों समेत पांच लोग जख्मी हो गए। शकील हिजबुल सुप्रीमो और यूनाइटेड जेहाद काउंसिल के चेयरमैन सैयद सलाहुद्दीन का पूर्व अंगरक्षक था। हमलावर आतंकी घटनास्थल से फरार हो गए।
माना जा रहा है कि आतंकियों ने अपने साथी शकील को छुड़ाने के लिए यह हमला किया था, लेकिन कश्मीर रेंज के आइजीपी अब्दुल गनी मीर ने इससे इन्कार करते हुए कहा कि निशाना पुलिसकर्मी ही थे। हमारे हाथ कुछ शुरुआती सुराग लगे हैं। गुलाम कश्मीर से सैयद सलाहुद्दीन ने अपने पूर्व अंगरक्षक की मौत पर अफसोस जताते हुए पुलिस पर उसे फर्जी ग्रेनेड हमले में मारने का आरोप लगाया है और इसका बदला लेने के लिए कश्मीर में सुरक्षाबलों पर और हमलों की धमकी भी दी।
आतंकियों ने सुबह 11.30 बजे बटमालू बस स्टैंड के पास पुलिस स्टेशन के सामने की सडक़ से गुजर रही पुलिस बस पर ग्रेनेड से हमला किया। इस बस में कैदी शकील और पुलिसकर्मी सवार थे। शकील को पंथाचौक पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले की सुनवाई के बाद बारामूला ले जाया जा रहा था। धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरा इलाका दहल गया और भीड़ भरा बटमालू बाजार खाली हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां आतंकी शकील की मौत हो गई।
आतंकी शकील कसाना 2003 में आतंकी बनने गुलाम कश्मीर गया था। आतंक की ट्रेनिंग लेने के बाद वह 2009 से 2012 तक हिजबुल मुजाहिद्दीन के सुप्रीमो सलाहुद्दीन का अंगरक्षक रहा। वह गत वर्ष नेपाल के रास्ते कश्मीर आया था। अधिकारियों की मानें तो वह हिब का कट्टर आतंकी था, जिसने पूछताछ में कभी भी अपने संगठन की गतिवधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। उसके पिता अब्दुल हमीद कसाना पेशे से मजदूर हैं।
सुरक्षाबलों ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में ग्रेनेड हमला करने जा रहे दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य घटना में पुलवामा जिले के त्राल में एक आतंकी ठिकाने से विस्फोटकों का जखीरा भी बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसार, कुपवाड़ा में टैक्सी स्टैंड से गुजर रहे गश्ती दल को दो लोगों पर संदेह हुआ। जवानों ने उन्हें रुकने को कहा तो वे भागने लगे। जवानों ने उन्हें दबोच लिया। आतंकियों की तलाशी लेने पर उनके पास से दो ग्रेनेड मिले। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमला करने का मौका तलाश रहे थे।
एक और घटना में पुलवामा जिले के त्राल में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल ने एक आतंकी ठिकाने से विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया। इसमें 75 किलो नियोजेल 901 के अलावा आठ डेटोनेटर प्लेट, आधा किलो आरडीएक्स, तीन बोतल पोटैशियम परमैंगनेट, एक बोतल एल्युमिनियम और 16 फ्यूज कंडक्टर शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए रसायन और विस्फोटकों का इस्तेमाल आइईडी बनाने में होना था।

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