विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता : मनमोहन सिंह

PM-नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को कहा है कि विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता चिंता का सबसे तात्कालिक कारण है। उन्होंने सोने का आयात और पेट्रोलियम पदार्थों की मांग कम करने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल में उठाये गये कदम लंबी अवधि में ब्याज दर में वृद्धि का संकेत नहीं है। पीएम ने चालू खाते के घाटे यानी कैड को नीचे लाने के लिए सभी नीतिगत उपायों के उपयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2013-14 में चालू खाते का घाटा पिछले वित्तवर्ष के 4.7 फीसद की तुलना में काफी कम होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा उठाये गये कदमों का प्रभाव चालू वित्तवर्ष की दूसरी छमाही में दिखाई देगा । उन्होंने चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर बजट के समय के अनुमान 6.5 फीसद से कम रहने की उम्मीद जताई

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