आतंक के खिलाफ जंग में लक्ष्य से भटक गया अमेरिका

वाशिंगटन। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को सहयोगी बनाकर अमेरिका अपने मुख्य लक्ष्य से भटक गया है। उन्होंने ओबामा प्रशासन से अपील की है कि उसे क्षेत्र में किसी भी नई पहल में भारत को भरोसे में लेना चाहिए। खास बात यह रही कि अंग्रेजी का विरोध करने वाले भाजपा अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम को अंग्रेजी में ही संबोधित किया।
राजनाथ ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पिछले 10 वर्षो से पाकिस्तान को अपना सहयोगी बना रखा है, जिसके मिले-जुले नतीजे सामने आए हैं। इस दौरान तालिबान और अलकायदा के कई नेता और लड़ाके मारे भी गए लेकिन अफगानिस्तान के दक्षिण और पूर्व व पाकिस्तान के अंदर भी इनका दबदबा अभी मजबूत है। इसका मुख्य कारण है कि 2003-04 के बीच अमेरिका अपने अभियान को लेकर उदासीन हो गया था। इसी दौरान आतंकी संगठनों को मजबूत होने का मौका मिल गया। उन्होंने कहा कि आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन चुके पाकिस्तान के कुछ इलाकों की तरफ भी अमेरिका को ध्यान देना पड़ेगा। इसके बगैर वह आतंकवाद के खिलाफ जंग को जीतने के बारे में नहीं सोच सकता। अफगानिस्तान से फौज वापस बुलाने का फैसला अमेरिका को करना है लेकिन इस क्षेत्र में भारत एक मजबूत शक्ति है जिसे अमेरिकी कदम से अवगत कराना जरूरी है। उन्होंने पाकिस्तान से भी अपने यहां आतंकी ढांचे को नष्ट करने की अपील की है। राजनाथ ने कहा कि जब तक पाकिस्तान में मौजूद इन गिरोहों तथा इनके आकाओं के सुरक्षित पनाहगाहों को समाप्त नहीं किया जाता, तालिबान के खतरे को कम नहीं किया जा सकता। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत पिछले तीन दशकों से आतंकियों के निशाने पर है। 2001 में यहां संसद पर हमला हुआ। भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में कई बार आतंकी हमले हुए। ताजा मामला 26/11 का है। भारत सरकार के पास पुख्ता सुबूत हैं कि इन हमलों के साजिशकर्ताओं को पाकिस्तान में शरण मिली हुई है। संयोग से ओसामा बिन लादेन भी यहीं छिपा हुआ था। राजनाथ अमेरिका की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं। मंगलवार को कैपिटॅल हिल में आयोजित अफगान नीति पर व्याख्यान के दौरान उन्होंने यह बातें कहीं।
राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बामियान बुद्ध की प्रतिकृति बनवाने की इछा जाहिर की है। कुशीनगर में ही गौतम बुद्ध को उनकी मृत्यु के पश्चात परिनिर्वाण प्राप्त हुआ था। बामियान बुद्ध वास्तव में छठी शताब्दी की बुद्ध की प्रतिमाएं हैं। मध्य अफगानिस्तान के हजारजत क्षेत्र के बामियान घाटी में स्थित प्रतिमा को तालिबान ने अपने शासन के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया था। राजनाथ ने कहा कि इस बात पर ध्यान दिलाना चाहूंगा कि मैं भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राय उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था, जब 2001 में अफगानिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक स्थल बामियान में तालिबान ने बुद्ध की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया था। भगवान बुद्ध की यह विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के, संयुक्त वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए साझा प्रतिबद्धता के प्रतीक के तौर पर मैं बामियान बुद्ध की प्रतिमा की प्रतिकृति उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में स्थापित करवाना चाहता हूं।
भाजपा अध्यक्ष ने जम्मू कश्मीर के गैरकानूनी कब्जे वाले गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र में मानवाधिकार के हनन और लोगों के दमन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान सिल्क रूट के जरिये एक दूसरे से पारंपरिक रूप से जुड़े हुए हैं। यदि आज अफगानिस्तान के साथ लगती 106 किलोमीटर की सीमा के साथ भारत का कोई जमीनी संपर्क नहीं है तो इसकी वजह यह है कि 1948 से जम्मू कश्मीर राय के इस ऐतिहासिक हिस्से पर पाकिस्तान का गैरकानूनी कब्जा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गिलगिट और बाल्टिस्तान का उत्तरी क्षेत्र, जिसके लोगों को भीषण दमन और मानवाधिकार हनन का सामना करना पड़ रहा है, वह मध्य एशिया में भारत के लिए प्रवेश द्वार है। इसके साथ हमारे सदियों पुराने रिश्ते रहे हैं। भारत को गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र के जरिये मध्य एशिया में उचित पहुंच मिलनी चाहिए।

 

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