सांसद डैरेक स्लोन को कंसरवेटिव पार्टी से बेदखल किया गया

औटवा। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी में इन दिनों सांसद डैरेक स्लोन के कारण बहुत अधिक हड़कंप मचा हुआ था, वे पिछले कई दिनों से पार्टी प्रमुख ओटूले पर भ्रष्टाचार संबंधी आरोप लगा रहे थे और उसका निरंतर प्रचार भी कर रहे थे, पार्टी भी इन आरोपों से परेशान होकर आपातकालीन बैठक में पार्टी सदस्यों ने मतदान द्वारा इस बात पर सहमति बनाई कि सांसद डैरेक स्लोन को पार्टी से बेदखल कर दिया जाएं। स्थिति को संभालने के लिए ओटूले ने यह कठोर निर्णय सुनाया और माना कि यदि इस प्रकार सांसदों की अवांछित बातों को सुना गया तो पार्टी में जल्द ही बिखराव की स्थिति पैदा हो जाएंगी, जिसे रोकना आवश्यक था।  ज्ञात हो कि पिछले दिनों हैरेक के बयान के अनुसार पार्टी केवल दिखावा करती हैं जबकि अंदर से पार्टी में घूसखोरी और अन्य गैर संवैधानिक कार्य जमकर किए जा रहे हैं और इसी कारण से केंद्रीय कंसरवेटिव प्रमुख ओटूले का कहना है कि डैरेक पार्टी में बने रहे या नहीं इस बात का फैसला मतदान किया। ओटूले ने यह भी घोषित किया कि किसी भी जातिवाद को बढ़ावा देने वाले व्यक्ति की पार्टी में कोई जगह नहीं है। ज्ञात हो कि  स्लोन ने अपने एक बयान में यह माना था कि पिछले वर्ष पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के लिए जो चयन प्रक्रिया चुनी गई उसमें बहुत अधिक गड़बड़ी हुई जिसकी पूर्णतया जांच होनी चाहिए । जबकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि डैरेक को इस चयन प्रक्रिया से दूर रखने के कारण वह अपना बदला लेने के लिए केवल पार्टी को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है। पार्टी ने डैरेक को एक जातिवाद समर्थक नेता बताया और कहा कि वह हमेशा एलजीबीटीक्यू के अधिकारों के विरोधी और गर्भपात नहीं करवाने के समर्थन की बातें करते हैं, जबकि पार्टी का विचार नई पीढ़ी के साथ आगे बढ़ना हैं जिससे यह विवाद और अधिक गहरा रहे है।  पार्टी ने यह भी कहा कि इस विवाद की गहन जांच की जाएंगी और उसके पश्चात ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा। पार्टी के अन्य सदस्यों से भी मतदान से पूर्व इस बारे में चर्चा की गई जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से यहीं निर्णय लिया।

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