कैनेडा में लगे यात्रा प्रतिबंध के बचाव में उतरे प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो

औटवा। सरकारी सूत्रों के अनुसार देश में बढ़ते कोविड-19 केसों के कारण देश के कई राज्यों में पूर्णत: लॉकडाऊन की घोषणा कर दी गई हैं, इसी संदर्भ में गत फरवरी में प्रधानमंत्री ने देश में प्रवेश के लिए यात्रा प्रतिबंध जारी किए थे, जिसके अनुसार मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए देश में यह प्रतिबंध लगाना आवश्यक हो गया था इसलिए यह प्रतिबंध लगाया गया हैं। प्रधानमंत्री की इस बैठक में उप प्रधानमंत्री क्रिस्टीया फ्रीलैंड, कंसरवेटिवस प्रमुख ईरीन ओÓटूले और एनडीपी प्रमुख जगमीत ंिसंह भी मौजूद थे, यद्यपि प्रधानमंत्री का यह भी कहना था  कि देश में वैक्सीनेशन का कार्य बहुत अधिक तेजी से चल रहा हैं, परंतु सावधानी के लिए अभी ऐहतीयात बरतना अत्यंत आवश्यक हैं जिसके लिए यात्रा प्रतिबंध को अभी और बढ़ाना उचित होगा।
देश के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. थैरेसा टैम के अनुसार पिछले कुछ दिनों में देश में रिकॉर्ड स्तर पर मामलों के सामने आने से एक बार फिर से चिंता का माहौल व्याप्त हो गया हैं जिसे टालने के लिए यात्रा प्रतिबंध जैसे उपाय आगामी दिनों मे कारगर साबित हो सकते हैं। 12 अप्रैल तक मिले आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन देश में 1200 नए केस मिल रहे हैं, जिससे यह समझना कठिन नहीं होगा कि स्थिति धीरे-धीरे अनियंत्रित हो रही हैं। पिछले सप्ताह तक औसतन मौत का आंकड़ा भी 44 तक हो जाने से मामला और अधिक गंभीर हो रहा हैं। सूत्रों के अनुसार अभी तक देश में 66,000 वैरिएंटस सुनिश्चित कर दिए गए हैं जिससे कैनेडा में भी बी.1.1.7 की संख्या 96 प्रतिशत तक पहुंच गई हैं। सीमाओं पर सुरक्षा नीति के अंतर्गत भी प्रधानमंत्री ने अपने इस नियम का बचाव करने हुए कहा कि कोविड को देश में नियंत्रित करने के लिए हमें फिलहाल अपनी सीमाएं सभी कार्यों के लिए बंद रखनी होगी जिससे कोविड-19 का प्रसार उचित रुप से हो सके। भारत और ब्रिटेन में बिगड़ती स्थितियों पर चिंता जाहिर करते प्रधानमंत्री ने पत्रकारों को कहा कि फिलहाल इन देशों के यात्रियों का कैनेडा में प्रवेश पर प्रतिबंध हैं या उन्हें 14 दिन की क्वंरटीन पर भी जाना अनिवार्य होगा।
गौरतलब है कि कैनेडा में सभी  जाने वाले हवाई यात्रियों को होटल में क्वारंटाइन किया जाएगा। यह नियम गत 22 फरवरी को लागू हुआ। यह जानकारीे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने दी है। ट्रुडो ने पहले ही सख्त प्रतिबंधों का ऐलान किया जो अनावश्यक हवाई यात्रियों पर लागू होगा। बता दें कि कैनेडियन सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से फैलने वाले संक्रमण को देखते हुए लिया है।
सरकारी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि गैर जरूरी हवाई यात्रियों को कैनेडा में प्रवेश से पहले अपने खर्च पर सरकार द्वारा अधिकृत होटल में तीन रात तक रुकना होगा। जो अमेरिकी सीमा को वाहन के जरिए सड़क मार्ग से पार करेंगे उन्हें होटल में आइसोलेशन की जरूरत नहीं होगी लेकिन उन्हें कनाडा की सीमा में प्रवेश से पहले तीन दिन के भीतर कराए गए कोरोना टेस्ट का रिपोर्ट देना होगा। साथ ही यहां पहुंचने पर भी उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराना होगा। इसके अलावा घर पर या कहीं और 14 दिनों के क्वारंटाइन की अवधि खत्म होने पर भी टेस्ट कराना होगा। सार्वजनिक सुरक्षा मामलों को देखने वाले मंत्री बिल ब्लेयर ने कहा कि सीमा पार करने वालों में 5 फीसद से कम लोग ऐसे हैं जो बिना किसी आवश्यक काम के यहां आ रहे हैं।
कैनेडियन सरकार के इस नए आदेश से सबसे अधिक प्रभावित कैनेडियन स्नोबर्ड होंगे जो ठंड में बाहर जाते हैं और वसंत के समय घर वापस आते हैं। स्वास्थ्य मंत्री पैटी हाजडु ने कहा कि जिन कैनेडियन नागरिकों को वैक्सीन की खुराक मिल चुकी है उन्हें भी इन शर्तों में छूट नहीं दी जाएगी क्योंकि अभी इसपर रिसर्च जारी है कि जिन्हें वैक्सीन मिल चुकी है वे कोरोना वायरस संक्रमण के वाहक होंगे या नहीं। कुछ कैनेडियन नागरिक जो ठंड में देश से बाहर जाते हैं उन्हें फ्लोरिडा और एरिजोना में कोविड-19 वैक्सीन दी जा रही है।

You might also like

Comments are closed.