देश के नर्सिंग होम्स में हुई भारी तबाही को टाला जा सकता था : एजी

टोरंटो। देश की प्रख्यात एटॉर्नी जनरल बॉनी लायस्क की रिपोर्ट ने सरकारों की लापरवाही को स्पष्ट करके रख दिया हैं, उन्होंने अपने 107 पृष्ठों की रिपोर्ट में स्पष्ट कहा कि पिछले वर्ष देश के लोन्ग-टर्म केयर होमस में कोविड-19 प्रकोप के कारण हुई भारी मानवीय तबाही को समय रहते रोका जा सकता था, उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा कि लोन्ग-टर्म केयर मंत्रालय ने इस मामले में बहुत अधिक लापरवाही बरती, जिसके कारण बहुत से निर्दोष बुजुर्गों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि पिछले वर्ष फरवरी में कोविड-19 के कुछ संक्रमण केस इन होमस में मिले जिसके पश्चात उसे लापरवाही से संचालित किया गया, परंतु इतने भयानक संक्रमण के प्रति अधिकारिक तौर पर देश के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. डेविड विलीयम्स ने अप्रैल 8 में इसके प्रति आवश्यक कार्यवाही का नोटिस प्रकाशित किया, इस बात पर सवाल उठाते हुए बॉनी ने सरकार से सवाल किया कि लगभग दो सप्ताह पश्चात ही क्यों इस संक्रमण के प्रति देश के नर्सिंग होमस को चेताया गया और अनिवार्य सुविधाओं को आरंभ किया गया जबकि पूरी दुनिया में इसके प्रति गत वर्ष जनवरी से ही पर्याप्त प्रबंध करने आरंभ कर दिए थे। इसके साथ-साथ इन नर्सिंग होमस में लगभग 498 पॉजिटीव केस सामने आने के पश्चात ही आंगतुकों का प्रवेश रोका गया और आवश्यक आंगतुकों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया, गत वर्ष के आंकड़ों को देखें तो कुल 1,937 निर्दोष लोग लोन्ग-टर्म केयर होमस में मारे गए थे। 16 सिफारिशें : लायस्क ने अपनी 107 पृष्ठों की रिपोर्ट में इस गलती के लिए 16 सिफारिशें कथित तौर पर नियुक्त की और माना कि सरकार इस बारे में अपना स्पष्टीकरण दें जिससे मारे गए लोगों के परिजनों को इस बारे में संतुष्टि हो सके। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उन लोन्ग-टर्म केयर होमस का लाईसेंस भी रद्द हो जिन्होंने अधिक लापरवाही बरती। अधिकतर नर्सिंग होमस को पुन: नवीनीकरण किया जाएं जिससे भविष्य में इस प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ही न हो सके।

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