एंटी-आईएसआईएल मिशन को एक वर्ष के लिए बढ़ाएंगा औटवा

- सुरक्षा कारणों से घोषणा के संबंध में केंद्र सरकार ने विस्तृत जानकारी नहीं की गई सार्वजनिक

औटवा। कैनेडा आतंकवाद के विरोध में आरंभ किए एंटी-आईएसआईएल मिशन को एक वर्ष के लिए विस्तार दिया जाएगा। जिसके अंतर्गत इस्लामिक देशों ईराक और लेवांट आदि के विरोध में कैनेडियन सैनिक अगले 12 माह तक संरा द्वारा स्थापित ठिकानों पर तैनाती करेंगे। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए रक्षामंत्री हरजीत सज्जन ने मीडिया को बताया कि कैनेडा अगले वर्ष मार्च तक अपने 850 सैनिकों को इस मिशन के अंतर्गत वहीं रखेगा जिससे आतंकवाद को मिटाने में संरा संगठन की मदद की जा सके और इन देशों में बढ़ रहे आईएसआईएल की गतिविधियों पर लगाम लगाया जा सके। ज्ञात हो कि कैनेडियन सरकार द्वारा इस मिशन के प्रारंभ से ही अपनी सैनिक सहायता भेजी जा रही हैं और वर्ष 2014 से नियमित कैनेडा इसमें सहायता कर रहा है। इस विस्तार से ईराक में बढ़ रहे ईरानी हस्तक्षेप पर भी लगाम लगाई जा सकेगी और तेहरान में हो रही आतंकी गतिविधियों को भी रोकने में मदद होगी। रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में अधिक जानकारी साझा करने से इंकार करते हुए बताया कि जानकारियां आतंकी संगठनों तक पहुंचने से वह अपनी रणनीतियों में बदलाव कर सकते हैं जिसके कारण मिशन की सफलता पर सवाल उठ सकते हैं, इसलिए आगे की योजनाओं को सार्वजनिक नहीं किया जाएंगा और कैनेडा अपने वादे के अनुसार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सैन्य सहायता देगा। सज्जन ने इस बारे में भी अधिक जानकारी नहीं दी कि सैना की कौन सी टुकड़ी वहां जा रही हैं और सैनिकों की जानकारियां भी गुप्त रखी जाएंगी। कैनेडा का मुख्य लक्ष्य ईरान से ईराक को बचाना हैं जिसमें उन्हें आतंकी हमलों को रोकने के सभी प्रयास करने होंगे जिससे आतंकी देशों को समाप्त करने के लिए अन्य देशों को प्रोत्साहन मिल सके।

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