अप्रैल ब्रैक की योजना बना रहा हैं शिक्षा मंत्रालय : स्टीफन लीस

टोरंटो। ओंटेरियो के स्कूलों में स्प्रिंग ब्रैक अगले महीने से आरंभ होने वाले थे, परंतु शिक्षामंत्री स्टीफन लीस ने अपने ताजा संदेश में इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि यह ब्रैक इसी माह अर्थात् अप्रैल माह में ही आरंभ करना होगा। लीस ने माना कि उनका मंत्रालय इस बारे में राज्य के उच्च डॉक्टरों से वार्ता चल रही हैं और यदि वे इस बारे में सहमति देंगे तो अवश्य ही इस बारे में आगे की कार्यवाही को अंजाम दिया जाएगा। कोविड-19 के मामलो में अत्यधिक बढ़ोत्तरी के कारण यह फैसला लेना अनिवार्य दिखाई दे रहा हैं। प्रीमियर डाग फोर्ड ने भी गत दिनों अपने एक संदेश में माना था कि उनकी सरकार इस महामारी काल में स्कूलों पर पूरी नजर बनाएं हुए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्प्रिंग ब्रैक का इंतजार नहीं किया जाएंगा और यदि मामलों में वृद्धि होती है तो  अप्रैल में ही स्कूलों में ब्रैक की घोषणा की जा सकती हैं। प्रीमियर ने पत्रकारों के साथ चर्चा में यह भी माना कि वे अगले दो सप्ताह के प्राप्त आंकड़ों का इंतजार नहीं करेगें यदि स्थितियां बिगड़ी तो वे स्कूलों में स्प्रिंग ब्रैक की इसी माह घोषणा कर देंगें और स्थितियां नियंत्रित होने तक यह बंदी जारी रहेगी। महामारी ने चारों ओर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ हैं और लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील की जा रही हैं, जिससे कहीं भी संक्रमण अनियंत्रित नहीं हो सके और इसे संभालना मुश्किल हो जाएं। ओंटेरियो के प्राथमिक अध्यापक संघ के अध्यक्ष सैम हैमॉन्ड ने भी अपने संदेश में स्पष्ट कहा कि सरकार को मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए आगामी स्प्रिंग ब्रैक का इंतजार नहीं करना चाहिए, बल्कि जल्द से जल्द स्कूल ब्रैक की घोषणा कर देनी चाहिए जिससे किसी भी आपतिक स्थिति का कोई भी कारण न बन सके। उन्होंने यह भी माना कि एक बार फिर से ऑनलाईन लर्निंग को पूर्णत: आरंभ करना चाहिए जिससे बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ सुरक्षित वातावरण भी मिल सकेगा और सभी अभिभावक भी अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की चिंता में नहीं रहेंगे। उन्होनें यह भी माना कि छोटे बच्चे या स्कूली बच्चों को अभी फिलहाल वैक्सीन देने का कोई प्रभाव नहीं बना जिससे बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें घरों में ही रखना अनिवार्य हो गया हैं।  वहीं दूसरी ओर देश में देश के शिक्षाविदें व जानकारों का मानना था कि इस वर्ष के नए शिक्षा सत्र से सभी स्थितियां सामान्य हो जाएंगी और बच्चों और अभिभावकों को भी शिक्षा की पूर्व पद्धतियों में शामिल करके पढ़ाई को सुचारु रुप से आरंभ कर दिया जाएगा। परंतु इस वर्ष भी ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा कि कोविड-19 का प्रभाव कम हो सकेगा। वहीं दूसरी ओर ऑनलाईन पढ़ाई के अंतर्गत बच्चों को कई प्रकार की समस्याओं से प्रतिदिन जूझना पड़ रहा हैं और जिसके कारण शिक्षा सत्र पूरा होने की संभावना भी कम प्रतीत हो रही हैं।

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