महामारी काल ने बदला लॉन्ग – टर्म केयर के प्रति लोगों का नजरिया : सर्वे

टोरंटो। पिछले दो वर्ष से लोगों को भयभीत करने वाले कोविड-19 संक्रमण का अंत अभी तक नहीं हो पाया हैं, इस संबंध में लोगों की मन: स्थिति का जायजा लेने के लिए समय-समय पर सर्वे करवाएं जा रहे हैं, जिससे लोगों की मानसिक स्थितियों का पता चल सके और आगामी योजनाओं को भी उसी के अनुरुप तैयार किया जा सके। इस बार एन्गस रेड इन्सटीट्यूट द्वारा करवाएं गए सर्वे में यह जाना गया कि अभी भी कैनेडियनस लॉन्ग-टर्म केयर होमस में अपने प्रियजनों को रखना सुरक्षित समझते हैं या नहीं? इसके जवाब में 18 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उन्हें अभी भी लॉन्ग-टर्म केयर की सेवाओं पर विश्वास हैं जबकि कुल जनसंख्या के आधे से अधिक लोगों ने माना कि पिछले दो वर्ष के कटु अनुभव के बाद अब उन्हें ‘डरÓ लगता है कि यदि फिर से यह संक्रमण फैला तो उनके उन प्रियजनों का क्या होगा जो विभिन्न लॉन्ग-टर्म केयर होमस में रह रहे हैं। अधिकतर कैनेडियन अपने बुजुर्गों को पहले इन होमस में सुरक्षित मानते थे और घर से अधिक वहां उनकी देखभाल होगी यह सोचकर सुनिश्चित जीवन यापन करते थे, परंतु अब भविष्य को लेकर वे आशंकित हैं और किसी भी आपदा काल में अब वे लॉन्ग-टर्म केयर होम को सुरक्षित नहीं मानते। संस्था की अध्यक्ष सांची कुर्ल ने भी माना कि पिछले वर्ष और इस वर्ष के अनुभवों ने लोगों को विश्वास खोने पर मजबूर कर दिया हैं। इसके उपरांत सरकार और लॉन्ग-टर्म केयर के प्रबंधक एक-दूसरे पर कुव्यवस्था का दोषा रोपण करते रहे जिससे स्थितियां और अधिक गंभीर बन गई, इस कारण से भी बहुत से लोग परेशान हैं और अब उन्हें इस होमस पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं रहा। इस सर्वे में देश के 1503 व्यस्कों की राय को संग्रहण किया गया जिसमें अधिक औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया था, जो अपने कार्य के कारण अपने बुजुर्ग प्रियजनों को इन लॉन्ग-टर्म केयर होमस में रखते हैं, इस सर्वे में इस बात को भी पूर्णत: सुनिश्चित किया गया कि इसमें प्राप्त आंकड़े सुरक्षित रहे जिससे किसी भी प्रकार की भ्रांति का प्रचार न हो सके।

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