ओंटेरियो ने 2021 स्कूल प्लान का किया विमोचन

- नए प्लान में छात्रों के लिए बाहरी ट्रिपस, एकत्रता के साथ भावी कार्यक्रम और अतिरिक्त पाठ्यक्रम आदि शामिल किए गए - 2021 स्कूल प्लान में महामारी काल से पूर्व का सामान्य शिक्षा सत्र कार्यन्वित होता प्रतीत हुआ

ओंटेरियो  : प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के लिए एक बार फिर से नया स्कूल प्लान विमोचित किया गया, परंतु इस प्लान में कहीं भी महामारी के निर्देशों के अंतर्गत सीमित पाठ्यक्रम या दूरी के साथ केवल पढ़ाई करने आदि जैसे नियम नहीं दिखें, इसके अलावा नई योजना में बच्चों के लिए खुले मैदानों में छुट्टियां के ट्रिपस, बच्चों की कई असेम्बलियां और अतिरिक्त पाठ्यक्रम आदि सभी बातों को शामिल किया गया हैं। शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नई योजना में यह भी माना गया कि जल्द ही बच्चों को हफ्ते में पांच दिन स्कूल आना होगा और पहले की भांति वे स्कूल लाईफ का आनंद खुलकर उठा सकेंगे। पिछले एक वर्ष से सभी माघ्यमिक स्कूलों के छात्र कभी कुछ दिनों के लिए तो कभी कुछ महीनों के लिए ही अपने स्कूल जा सके और उसके पश्चात उन्हें लॉकडाऊन का सामना करना पड़ा, परंतु अब ऐसा नहीं होगा इसके अलावा प्राथमिक बच्चों के लिए तो पिछले एक वर्ष से किसी भी स्कूल ने अपने दरवाजे नहीं खोले अपितु वे ऑनलाईन माध्यमों से ही अपने पाठ्यक्रम को पूरा कर रहे हैं।

ओंटेरियो के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. किरेन मूरे ने अपने बयान में माना कि भविष्य में ऐसी योजनाएं बनाई गई हैं जिससे कि एक बार यदि स्कूल खोल दिए जाएंगे तो पुन: उन्हें बंद करने की कोई स्थिति उत्पन्न ही न हो। उन्होंने यह भी माना कि इस बार नए स्कूल प्लान को इस प्रकार से प्रबंधित किया गया हैं कि कोई भी त्रुटि उत्पन्न ही नहीं होगी और यदि हुई भी तो इसका प्रभाव अधिक बच्चों या स्कूल स्टाफ पर नहीं पड़ेगा। इसलिए सुरक्षित माहौल में सभी अभिभावक भी अपने बच्चों को नियमित स्कूल व यूनिवर्सिटीज में भेजेंगे और कैनेडियन शिक्षा का वहीं पुराना रुप देखने को मिल जाएंगा। मंगलवार को जारी अपने संदेश में डॉ. मूरे ने कहा कि अब जल्द ही अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूल में भेजने की तैयारी आरंभ कर देनी चाहिए जिससे स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो सके।  डॉ. मूरे ने पत्रकारों को यह भी सुनिश्चित किया कि इस बारे में उनकी शिक्षा मंत्रालय से गहन चर्चा हुई और मंत्रालय ने यह बताया कि इस बार राज्य के सभी स्कूलों पर उचित स्क्रीनिंग की जाएंगी, जिससे कोई भी केस के पहले मामले को ही गंभीरता से लेते हुए उस पर कार्यवाही होगी और संबंधित सभी तथ्यों को परखा जाएंगा उसके पश्चात ही आगे की कार्यवाही को अंजाम दिया जाएंगा। उन्होंने यह भी माना कि समय के साथ-साथ छोटे बच्चों में मानसिकता परिपक्व हो रही थी कि अब उन्हें जीवन भर घर में ही रहना होगा और आम जीवन जीने या खेल-कूद करने से उन्हें कोविड-19 महामारी के प्रकोप का भागीदार बनना होगा।

प्राथमिक स्कूलों में दोबारा आरंभ की जाएंगी कोहॉर्टिंग :
कोविड-19 के कारण गत वर्ष अप्रैल के पश्चात से किसी भी प्राथमिक स्कूल को नहीं खोला गया, जिसके कारण हजारों बच्चों के साथ साथ संबंधित स्टाफ भी गहन चिंता में फंसकर रह गया, परंतु तीसरी लहर के समाप्त होने तक सभी को इस बात की समझ आ गई कि अब पूर्ण वैक्सीनेशन के पश्चात स्थितियों में सुधार आएंगा और सरकार की अगली रिओपनींग की श्रेणी में स्कूलों को खोलने की योजना पर विचार किया गया हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार एक बार फिर से प्राथमिक स्कूलों में नियमित कोहॉर्टिंग होगी और छोटे-छोटे बच्चें अपनी वहीं पुरानी उछल-कूद के साथ सामान्य शिक्षा प्रणाली से जुड़ेगे।

टेस्टींग को लेकर कोई भी भयावह वातावरण तैयार नहीं किया जाएंगा :
शिक्षा मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इस बार टेस्टींग को लेकर किसी भी प्रकार का भयावह वातावरण नहीं बनाया जाएगा, यदि किसी बच्चें या स्टाफ में कोविड-19 के लक्ष्ण प्रतीत होते हैं तो उसे सामान्य उपचार प्रक्रिया से जोड़ा जाएंगा और कुछ समय के पश्चात उपचार में कोई परिवर्तन नहीं होने पर उसे टेस्ट की सलाह दी जाएंगी।

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