नोवा स्कोशिया गोलीकांड की जांच के लिए आरसीएमपी कमीश्नर से भी लिया जाएगा बयान

A statement will also be taken from the RCMP commissioner to investigate the Nova Scotia shooting

टोरंटो। वर्ष 2020 में हुए भीषण नोवा स्कोटिया गोलीकांड (Nova Scotia shooting) की जांच के घेरे में अब आरसीएमपी कमीश्नर भी आ गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस जांच के लिए संस्था के वरिष्ठ अधिकारी को भी खींचा जा रहा हैं, केस से संबंधित लोगों का मानना है कि आरसीएमपी कमीश्नर ब्रेन्डा लुसकी की गवाही इस केस में एक नया मोड़ ला सकती हैं, इसलिए उन्हें स्वयं इस केस से जोड़ा जा रहा हैं और आगे की कार्यवाही हेतु उनके बयान को भी शामिल करने के लिए आदेश जारी किये गए हैं।

ज्ञात हो कि गत 18-19 अप्रैल, 2020 में हुई इस घटना के दौरान 22 लोगां के मारे जाने की पुष्टि की गई थी, पुलिस के अनुसार इस घटना का मुख्य आरोपी मानसिक रुप से अस्वस्थ्य था और उसने भी घटना के पश्चात स्वयं को गोली मारकर समाप्त कर लिया था, जिसके कारण यह माना जा रहा है कि इस घटना के लिए किसी भी दोषी को कोई सजा ही नहीं दी जा सकती, क्योंकि इसका मुख्य आरोपी अपने स्वयं की मानसिक पीड़ाओं के कारण समाप्त हो चुका हें। परंतु अभी भी कई अनसुलझे सवाल पीडि़त परिवारों के मन में घूम रहे हैं जिसके जवाब के लिए स्वयं आरसीएमपी के कमीश्नर को कोर्ट के सामने वास्तविकता प्रस्तुत करनी होगी, जिसके पश्चात ही वह इस बारे में कोई ठोस निर्णय निकालेगा और संबंधित सभी दोषियों पर कानूनी कार्यवाही के लिए आगे की प्रक्रिया को अंजाम देंगे। ज्ञात हो कि इस समय लगभग दो वर्ष बीत जाने के पश्चात भी लोगों के मध्य इस केस की सुनवाई नहीं होने के कारण भारी गुस्सा भरा हुआ हैं।

लुसकी ने अपने बयान में माना कि वह इस केस में कोई भी हस्तक्षेप नहीं करना चाहती थी, परंतु लोगों के भारी दबाव के कारण उन्हें इस केस में बयान देने के लिए आना पड़ा। ज्ञात हो कि लुश्की ने यह भी कहा कि इस बारे में कुछ अन्य स्पष्ट संकेत भी मिले हैं कि सरकारी ढील के कारण इस मामले में दोषियों को अभी तक कोई सजा सुनिश्चित नहीं हो पाई हैं। लुश्की ने यह भी बताया कि इस संबंध में उन्होंने लोक सुरक्षा मंत्री बिल ब्लेयर से वादा किया था कि वह जल्द ही हत्यारें को गन कहां से मिली इस बात की जानकारी देंगे परंतु कई प्रकार के अवरोधों के कारण उन्हें अभी तक इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं उपलब्ध हो सकी हैं, जिसका उन्हें भारी खेद हैं। उन्होंने यह भी माना कि कमेटी की उदासीनता के कारण ही वह बहुत अधिक दु:खी और निराश हैं जिस मामला की पूर्ण रिपोर्ट गत जुलाई में ही आ जानी चाहिए थी, वह अभी तक नहीं आ सकी हैं।

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