देश के विकास से जुड़ा है  जनजातीय समुदाय का विकास : मुर्मू

The development of the tribal community is related to the development of the country: Murmu

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने आज जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर कहा कि जनजातीय समुदाय की कई विशेषताएं अनुकरणीय हैं और उनका विकास देश के विकास से जुड़ा है। श्रीमती मुर्मू आज मध्यप्रदेश के शहडोल जिले के लालपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहीं थीं। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह, मीना सिंह, प्रेम सिंह पटेल और भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी मौजूद थे।

समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने राज्य में पेसा एक्ट (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों का विस्तार संबंधी अधिनियम) संबंधित नियमावली भी जारी की। कार्यक्रम में ही मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य में पेसा एक्ट लागू करने की औपचारिक घोषणा की थी। इस अवसर पर श्रीमती मुर्मू ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस के इस समारोह में गोंड, बैगा, भील, भिलाला, कोल और सहरिया जैसी सभी जनजातियों के लोग उपस्थित हैं, जो उनके प्रति जनजातीय समुदाय के विशेष प्रेम का परिचायक है। उन्होंने इतने व्यापक स्तर पर आयोजित इस समारोह के लिए राज्य सरकार को साधुवाद भी दिया।

उन्होंने कहा कि देश में जनजातीय समुदाय की आबादी लगभग 10 करोड़ है, जिनमें से डेढ़ करोड़ के आसपास मध्यप्रदेश में है, जो किसी भी अन्य राज्य से अधिक है। ऐसे में ये कार्यक्रम यहां आयोजित किया जाना सर्वदा प्रासंगिक था। अपने लगभग 15 मिनट के संबोधन में श्रीमती मुर्मू ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार इस समुदाय के विकास कार्यों में जुटी है। इस वर्ग का विकास देश के विकास से सीधे तौर पर जुड़ा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान जनजातीय कार्य मंत्रालय गठित हुआ, जिसके बाद इस समुदाय के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्य शुरु हुए। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय खनिज संपदा से समृद्ध हैं और समुदाय के लोग प्रकृति की रक्षा के कार्य में लगे रहते हैं। ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान भी इस समुदाय ने बहुत संघर्ष किए। इस समुदाय के बलिदान से ही वन संपदा का संरक्षण हुआ।

श्रीमती मुर्मू ने कहा कि आदिवासी समुदाय व्यक्ति के स्थान पर समूह और प्रतिस्पर्धा के स्थान पर सहभागिता को अहमियत देता है। लिंगानुपात भी इस समुदाय में अन्य वर्गों की तुलना में बेहतर है, इस समुदाय की ये सभी विशेषताएं अनुकरणीय हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि बैगा समुदाय की परंपरागत तरीके से मनुष्य के रोगों के इलाज की विधि बेशकीमती है। वे असाध्य रोगों को भी ठीक कर देते हैं। इसको लिपिबद्ध करने के प्रयास होंगे। इस ज्ञान का उपयोग करना जरूरी है।

श्रीमती मुर्मू ने कहा कि इस समुदाय के कई प्रभावशाली लोगों का देश के विभिन्न क्षेत्रों जैसे पर्यावरण और खेल-कूद आदि में उल्लेखनीय योगदान है। समुदाय के कई लोगों को पद्म पुरस्कार भी मिल रहे हैं, जिससे समाज को देशहित में उनके योगदान की जानकारी मिल रही है। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने जनजातीय समुदाय से आने वाले देश और मध्यप्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्मरण कर उन्हें नमन किया।

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