Toronto News : सरकार की उदासीनता के खिलाफ हड़ताल पर जा सकते हैं ओंटेरियो के स्कूल टीचर्स

Toronto News : Ontario school teachers may go on strike against government apathy

Toronto News : Ontario school teachers may go on strike against government apathy
Toronto News : Ontario school teachers may go on strike against government apathy

Toronto News : टोरंटो। एलीमेन्ट्री टीचर्स फेडरेशन ऑफ ओंटेरियो (ईटीएफओ) ने सोमवार को की अपनी घोषणा में बताया कि सितम्बर मध्य या अक्टूबर मध्य तक यदि फोर्ड सरकार ने उनके साथ नए अनुबंध पर कोई चर्चा नहीं की तो टीचर्स यूनियन हड़ताल के पक्ष में वोटिंग आयोजित कर सकती हैं, ज्ञात हो कि लगभग एक वर्ष से राज्य के सभी टीचर्स यूनियन बिना किसी अनुबंध के कार्य कर रहे हैं, इस संबंध में सरकार ने भी कोई गंभीरता नहीं दिखाते हुए इस संबंध में कोई भी चर्चा तक आयोजित नहीं की, जिससे परेशान होकर अंतत: यूनियन ने यहीं निर्णय लिया कि यदि सरकार इस संबंध में जल्द ही कोई नई घोषणा नहीं करती तो यूनियन कठोर फैसला करेगा।

ईटीएफओ के अध्यक्ष करेन ब्राउन ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार ने हमारे विश्वास के साथ खिलवाड़ किया हैं, जिसके कारण से अब हम और अधिक सब्र नहीं कर सकते और इस संबंध में शीघ्र ही कोई उचित निर्णय की मांग कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिक्षा मंत्रालय यह नहीं चाहता कि आगामी दिनों में आम जनता अपने बच्चों के शिक्षा प्रणाली को लेकर कोई चिंता करें तो उन्हें यह निर्णय शीघ्र लेना होगा कि टीचर्स यूनियन के साथ उचित मानदंडों वाला एक अनुबंध तैयार करें, जिससे यूनियन भी अपने भविष्य को लेकर संतुष्ट हो।

ज्ञात हो कि इस यूनियन में लगभग 83,000 अध्यापकों के साथ-साथ कई शैक्षणिक कर्मचारी भी शामिल हैं, जिन्होंने अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए यह निर्णय लिया कि यदि अब भी सरकार जागी नहीं, तो जल्द ही अनिश्चितकालीन हड़ताल के कठोर निर्णय का संकट सरकार को सहना होगा, सामान्य अभिभावकों को राज्य के शिक्षामंत्री को जवाब देना होगा, इससे पूर्व भी गत वर्ष अगस्त में ओंटेरियो के शिक्षा क्षेत्र में अनुबंध की समाप्ति के बाद कोई भी निर्णय नहीं होने के कारण नया अनुबंध तैयार नहीं हो पाया था, जिसके बाद शिक्षा मंत्रालय के आश्वासन के बाद कि जल्द ही नया अनुबंध तैयार किया जाएंगा, सभी शिक्षण यूनियन अपने-अपने कार्यों को नियमित करने लगे थे, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक राज्य सरकार की ओर से इस प्रकार का कोई भी नया प्रस्ताव प्रस्तुत नहीं किया गया हैं, जिसके कारण अब पुन: टीचर्स यूनियन यह फैसलना लेने के लिए मजबूर हो रहा हैं कि जल्द ही उन्हें हड़ताल पर जाना होगा, तभी सरकार इस संबंध में कोई उचित निर्णय ले सकेंगी।

ओएसएसटीएफ के अध्यक्ष करेन लिटलवूड ने मीडिया को बताया कि अब समय आ गया हैं कि अध्यापकों के साथ किए गए पुराने मैमो में बड़ा बदलाव किया जाएं जिससे नए प्रयोगों पर चर्चा हो सके। पुराने अनुबंध के अनुसार अभी भी शैक्षणिक कर्मचारियों के साथ 17 दिनों का समझौता और अध्यापकों के साथ 21 दिनों का समझौता मान्य हैं, वहीं अनुबंधित अध्यापकों के साथ जुलाई 2022 से वहीं पुराने नियमों पर कार्य चल रहा हैं। उन्होंने यह भी माना कि आगामी सितम्बर तक इसमें बदलाव अनिवार्य हैं, अब बहुत हो गया, हमारी सहनशक्ति समाप्त हो रही हैं, इस हड़ताल के लिए राज्य के दो विभिन्न अंग्रेजी और फ्रैन्च टीचर्स एसोसिएशनों ने भी शामिल होने की पुष्टि कर दी हैं, जिससे ही यह प्रमाणित होता है कि मामला कितना अधिक गंभीर हैं और सरकार इस बारे में अधिक विचार नहीं कर रही हैं।

वहीं दूसरी ओर शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी संदेश में यह कहा गया कि यूनियन के साथ पिछले एक वर्ष में लगभग 170 बार नए अनुबंध पर चर्चा के लिए आमंत्रण भेजा जा चुका हैं, परंतु यूनियन कोई जवाब ही नहीं दे पा रह और अब सरकार को हड़ताल की धमकी देना पूर्णत: अनुचित हैं। इस प्रकार से अध्यापकों द्वारा हड़ताल का दबाव बनाना कोई सही तरीका नहीं, उन्होंने यह भी माना कि अध्यापकों द्वारा प्राईवेट मीडियाटेशन को रद्द कर देने के बाद यह मामला और अधिक उलझ गया हैं ।

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