इजरायल और फिलीस्तीन के मध्य जल्द ही शांति वार्ता पर संदिग्ध हैं कैनेडियनस : पोल

Canadians doubtful about peace talks between Israel and Palestine soon: poll

Israel-Palestine War : टोरंटो। कैनेडा की प्रख्यात सर्वे संस्था लेजर ने अपनी ताजा रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि इजरायल और फिलीस्तीन के मध्य जल्द ही शांति वार्ता नहीं हो सकती, लेजर द्वारा करवाएं सार्वजनिक पोल में प्रतिभागियों ने यह माना कि इन देशों में चिर स्थाई शांति संभव नहीं हैं। कुल प्रतिभागियों के केवल पांचवेें हिस्से के बराबर लोगों ने माना कि दोनों देशों के बीच अचानक आरंभ हुए युद्ध को मध्यस्था द्वारा जल्द ही समाप्त करवाया जा सकता हैं, जबकि इस सर्वे में भाग लेने वाले 62 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस युद्ध को जल्द समाप्त करने की सभी कोशिशें लगातार विफल हो रही हैं और जल्द ही इसे समाप्त कर शांति स्थापना करने में उन्हें भारी संदेह हैं। कैनेडा में 13 से 15 अक्टूबर के मध्य करवाएं गए 1,548 लोगों के बीच एक सर्वे में यह बात स्पष्ट की गई और माना गया कि इस युद्ध के शीघ्र ही समाप्त होने की सभी संभावनाएं बहुत अधिक कमजोर हैं।

रिपोर्टस में यह भी कहा कि इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा है कि गाजा पट्टी पर उनके सुरक्षा बलों के हमले में फिलिस्तीन के कुख्यात आतंकवादी संगठन हमास के दो कमांडर मारे गए। इस बीच आईडीएफ ने एक ड्रोन फुटेज जारी कर यह समझाने की कोशिश की है कि अस्पताल पर हमला इजरायल की सेना ने नहीं किया। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा है कि हमास के गाजा सिटी ब्रिगेड में एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल सरणी के प्रमुख मुहम्मद अवदल्लाह और हमास नौसैनिक बल के कमांडर अकरम हिजाजी को मार गिराया गया। साथ ही हमास के कमांड सेंटर, स्टेजिंग ग्राउंड, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और रॉकेट लॉन्च साइटों के साथ सैन्य बुनियादी ढांचों को तहस-नहस कर दिया है। इनमें हमास की कुछ सुरंगें भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गाजा पट्टी के अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले के संबंध में इजरायल रक्षा बल ने ड्रोन फुटेज जारी किया है। इसके विवरण के मुताबिक अस्पताल में घातक विस्फोट उसके आयुध के कारण नहीं हुआ। इससे कोई गड्ढा नहीं हुआ है। इजरायल के हमले में आमतौर पर जमीन में बड़े गड्ढे हो जाते हैं।

लेबनान से बुधवार तड़के हिजबुल्लाह के आतंकवादियों ने उत्तरी इजरायल के मोशाव श्तुला के पास इजरायली बलों की ओर एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल दागी। इसमें उसके चार सैनिक घायल हो गए। पिछले 24 घंटों में उत्तरी सीमा पर कस्बों और सैन्य चैकियों पर दागी गई यह सातवीं मिसाइल है। मध्य-पूर्व में इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष पर अमेरिकी कॉलेज परिसरों में तीखी बहस छिड़ी हुई है। मीडिया की खबरों में कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संदेश तेजी से फैल रहे हैं, जिसमें लोगों से विभाजनकारी मुद्दों पर एक पक्ष चुनने की मांग की जा रही है, जिससे सवाल उठता है: ”क्या अभी भी युवा अमेरिकियों के लिए एक-दूसरे से बात करने की जगह कॉलेज है?”

पिछले हफ्ते सैकड़ों छात्रों ने न्यूयॉर्क शहर के कोलंबिया विश्व विद्यालय में मुख्य क्वाड पर विरोध प्रदर्शन किया, क्योंकि उन्होंने दोनों पक्षों से इजराइल और फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में द्वंद्वयुद्ध किया, लेकिन जीवन के नुकसान की निंदा की। इजरायल समर्थक प्रदर्शनकारियों, जिनमें से अधिकांश यहूदी थे, ने खुद को सफेद और नीले इजरायली झंडे में लपेट लिया। वे अधिकांश समय चुप रहे, हमास के घातक हमले के पीडि़तों की तस्वीरों वाले संकेतों को उनके बारे में बोलने दिया। चैराहे के उस पार फिलिस्तीनियों का समर्थन करने वाले छात्रों ने ”फिलिस्तीन को मुक्त करें” और ”कब्जा खत्म करें” के नारेे लिखीं तख्तियां लहराईं। गाजा की एक छात्रा ने इजरायली नाकाबंदी में फंसी अपनी मां के बारे में बात की।

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