दक्षिण सूडान में युद्ध विराम और अंतरिम सरकार के मुद्दे पर बनी सहमति

आदिस अबाबा। दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति सलवा कीर और विद्रोही नेता रीक माचर के बीच शुक्रवार को युद्धविराम लागू करने और जातीय संघर्ष को खत्म करने पर सहमति बन गई। दोनों के बीच युद्धविराम पर सहमति अन्तरराष्ट्रीय दबाव और नरसंहार के खतरे के चलते बनी है।
दोनों के बीच ये बैठक इथोपिया में हुई। दक्षिण सूडान में दिसंबर से शुरू हुई हिंसा के बाद से दोनों नेताओं के बीच पहली बार ये बैठक हुई। कीर और माचर दोनों ही नेता अंतरिम सरकार के गठन और अगले वर्ष चुनाव कराने पर भी सहमत हुए। लेकिन फिलहाल इस बात पर सहमति नहीं हुई कि अंतरिम प्रशासन में कौन लोग होंगे।
राष्ट्रपति सलवा कीर ने कहा कि अब दोनों नेता इस बात को लेकर एकमत हो गए हैं कि समस्या का हल सिर्फ बातचीत से ही निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि दोनों नेता सही दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गए हैं कि युद्धविराम 24 घंटे के अंदर लागू हो जाएगा और दोनों नेताओं के बीच समझौते के बाद तुरंत लड़ाई बंद हो जाएगी। इसके बाद अंतरिम सरकार के गठन के लिए बातचीत की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

दोनों पक्षों ने अपनी सेनाओं को वापस बुलाने की बात कही है और वादा किया है कि उनकी ओर से उकसाने की कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इससे पहले इस साल जनवरी में भी दोनों पक्ष युद्धविराम पर सहमत हुए थे, लेकिन वो कुछ ही दिनों में टूट गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर संघर्ष दोबारा शुरू करने का आरोप लगाया था।

गौरतलब है कि कीर और माचर के बीच लंबे समय से सत्ता संघर्ष जारी है। पिछले साल जुलाई में कीर ने तत्कालीन उपराष्ट्रपति माचर को पद से हटा दिया था। इसके बाद दिसंबर में देश की राजधानी जुबा में माचर के वफादार सैनिकों ने कीर के वफादार सैनिकों के खिलाफ हमले शुरू कर दिए।
सेना के दोनों धड़ों की लड़ाई में धीरे-धीरे आम जनता भी शामिल हो गई और देश दो हिस्सों में बंटता जा रहा था। संघर्ष का सीधा असर तेल उत्पादन पर हो रहा था, जिसकी वजह से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दोनों पक्षों पर शांति स्थापना के लिए दबाव बना रहा था।
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