स्कॉटलैंड के इंग्लैंड से अलग होने से मेरा दिल टूट जाएगा : कैमरून

David Cameron in front of a union jackइंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने स्कॉटलैंड के लोगों को संबोधन करते हुए कहा कि यदि इंग्लैंड के दो टुकड़े हो जाते हैं तो मेरा दिल टूट जाएगा। इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ने स्कॉटलैंड में लोगों को अपनी आखिरी कोशिशें के लिए संबोधन करते हुए कहा कि इंग्लैंड के परिवार के दो टुकड़े ना करो। उल्लेखनीय है कि 18 सितम्बर को स्कॉटलैंड के लोगों ने फैसला करना है कि उन्होंने इंग्लैंड का हिस्सा बने रहना है या एक आजाद देश के रूप में रहना है। 18 सितम्बर को जनसमूह ने यह फैसला करना है कि स्कोटिश लोगों ने 307 साल पुरानी इंग्लैंड व स्कॉटलैंड की एकता को तोडऩा है। इसको बचाने के लिए प्रधानमंत्री डेविड कैमरून व विरोधी पक्ष के नेता एड मिलीबैंड ने पाॢलयामैंट में प्रश्नकाल को रद्द करके स्कॉटलैंड में दो विभिन्न सभाओं को संबोधन किया तथा स्कॉटलैंड के लोगों को इंग्लैंड के साथ रहने की अपील की। एडनबर्ग में संबोधन करते हुए कैमरून ने कहा कि यदि इस परिवार के दो हिस्से होते हैं तो उनका दिल टूट जाएगा।
आम तौर से अलग भाषा में बात करते हुए कैमरून ने कहा कि शायद लोग इस जन समूह के फैसले को आम चुनाव समझ रहे हैं। आज एक पार्टी को चुनो, अच्छा काम नहीं करेगी तो पांच साल बाद कंजरवेटिव पार्टी को सत्ता से बाहर निकाल दो। पर ऐसा नहीं है। यहां मामला आगामी पांच सालों का नहीं है, बल्कि आने वाली एक शताब्दी का है।
वर्णनीय है कि कैमरून की कंजरवेटिव पार्टी को स्कॉटलैंड में पसंद नहीं किया जाता। मई 2015 में इंग्लैंड में चुनाव होने हैं। कैमरून शायद यह बात समझ चुके हैं कि उनका भूतकाल तथा विपक्षीय पार्टी स्कॉट लोगों का दिल नहीं जीत सकती है तथा इसीलिए वह अब तक बहस से दूर रहे हैं। अब कैमरूनए विरोधी नेता मिलीबैंड तथा एक अन्य लिबरल डैमोक्रेट नेता निक कलैग ने स्कॉटलैंड की ओर दौड़ लगा दी है। तीनों नेताओं ने बड़े शहरों में रैलियां कीं। आसपास समर्थकों द्वारा बोर्ड पकड़े हुए थे, जिस पर लिखा था ‘नोÓ शब्द को ‘हांÓ में बदलने के लिए समर्थन दो।
एलिक्स ने कहा कि यदि वह रैलियों के लिए बस पर आते हैं तो वह बस का किराया भेजते हैं। डन्होंने कहा कि स्कॉट लोगों में कैमरून की भूमिका बिल्कुल नहीं है, जबकि मिलीबैंड पर यहां कोई विश्वास नहीं करता। एडिनबर्ग में एक 33 वर्षीय स्कॉटलैंड को अलग होता देखने वाले जेमज करी का कहना है कि वह नेताओं की लंडन से यहां दौरों को अपनी बेइज्जती महसूस कर रहे हैं। उन्हें यहां वर्षों पहले आना चाहिए था। बहुत सारे सर्वेक्षणों के अनुसार हाल ही आगामी हफ्तों में स्कॉटलैंड सेअलग होने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। इन खबरों के बाद निवेशकों में भी हलचल मची हुई है। यदि ऐसा होता है तो एक शताब्दी के बाद इंग्लैंड को ऐसा धक्का लगेगा। एक शताब्दी पहले भी ऐसा झटका लगा था जब आयरिश लोग इंग्लैंड से अलग हुए थे।
यदि स्कॉटिश लोग अलग होने के हक में वोट देते हैं तो इंग्लैंड व स्कॉटलैंड के पास डेढ़ साल होगा, जिसमें वह नार्थ सील ऑयलए यूरोपियन यूनियन की मैंबरशिप व फासलेन में इंग्लैंड की न्यूक्लीयर सबमरीन से बातचीत कर सकेंगे।
कहा जा रहा है कि स्कॉटलैंड में हर स्थान पर आजाद होने वाली बातें गर्व से की जा रही हैं।

 

 

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