भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए करें तकनीक का इस्तेमाल

नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जनता से भ्रष्टाचार से निपटने के लिए अधिक से अधिक आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने का आह्वान किया।

सोमवार से शुरू हुए ‘सतर्कता सप्ताह’ के अवसर पर अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है कि आधुनिक तकनीक सेवा तंत्र में व्यक्ति के हस्तक्षेप को जड़ से समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। भ्रष्टाचार से लड़ने की नागरिकों के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भ्रष्टाचार एक जटिल समस्या है जिसके खिलाफ कई स्तरों पर कार्रवाई की जरूरत है। इनमें से एक ऐसी तकनीक का इस्तेमाल है जिससे खुलेपन और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने और अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए नई तकनीक को अपनाने को कहा है।

प्रधानमंत्री ने सरकारी सेवकों की सत्यनिष्ठा पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि इस बात को कहने की जरूरत नहीं है कि भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी एवं प्रभावशाली प्रशासन के लिए सरकारी सेवकों की ईमानदारी सबसे अधिक जरूरत है। उन्होंने कहा, मैं सीवीसी की हद से आगे जाकर की गई पहल और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए तकनीक के अधिकतम इस्तेमाल के प्रयासों की सराहना करता हूं। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने संदेश में कहा है कि भ्रष्टाचार को समाज से समाप्त करना न केवल कानून की जिम्मेदारी है बल्कि हर भारतीय का नैतिक दायित्व भी है।

You might also like

Comments are closed.