संसद सत्र के दौरान जनता दल चुनेगा अपना नेताः शरद

नई दिल्ली। देशभर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री के प्रभाव को कम करने के लिए जनता दल भी अपना नेता चुनने की रणनीति बना रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान जनता दल अपने नेता का चुनाव कर सकता है।

जनता दल यूनाइटेड के प्रमुख शरद यादव ने कहा कि 24 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र इस बार निर्णायक साबित होगा। उनके मुताबकि, सपा, जदयू, इनेलो प्रमुख ओपी चौटाला, राजद प्रमुख लालू यादव, जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा के लोकसभा में 15 और राज्यसभा में 25 सांसद हैं।

सत्र के दौरान जनता दल अपने नेता का चुनाव करेगा। इस संबंध में राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख अजीत सिंह से भी सपा प्रमुख की बातचीत हो चुकी है।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले मुलायम के दिल्ली निवास पर छह दलों के नेताओं की बैठक हुई थी, जिसमें संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में मोदी सरकार को मिलकर घेरने का फैसला किया गया था।

प्रेक्षक इन दलों की एकजुटता को भले तवज्जो न दे रहे हों, लेकिन इनके नेता भाजपा व कांग्रेस का एक विकल्प देने को लेकर गंभीरता से सोच विचार कर रहे हैं और उनकी कोशिश है कि अगले वर्ष बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन कोशिशों को अंतिम रूप दिया जा सके।

इन नेताओं की पहली कोशिश जनता दल परिवार के सभी दलों को एक मंच पर लाने की है। वामपंथी दलों को भी साथ जोड़ने की कवायद शुरू कर दी गई है। ओडीसा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल व ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को भी इस मुहिम में साथ जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

ये दोनों दल पिछले लोकसभा चुनाव में अपने अपने राज्यों में मोदी के विजय रथ को रोकने में सफल रहे थे। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी व बिहार में सरकार चला रहे जेडीयू समेत राजेडी,जेडीएस व आईएनएलडी को सकते में डाल दिया था।

पूर्व प्रधानमंत्री व जेडीएस प्रमुख एच डी देवगौडा, मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, नीतीश कुमार, ओम प्रकाश चौटाला कई अवसरों पर एक साथ काम कर चुके है, जिसके कारण उन्हें फिर से मिलकर काम करने में परेशानी नहीं होगी।

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