रामपाल के पुत्र, प्रवक्ता-निजी सुरक्षा कर्मी गिरफ्तार, कार्रवाई जारी

हिसार,  सतलोक आश्रम पर एक बार फिर कार्रवाई के लिए पुलिस तैयार है। आइजी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर तैनात हैं। अबतक आश्रम से ग्यारह हजार लोग निकाले जा चुके हैं, जिन्हें पुलिस बसों व ट्रेनों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाने में जुटी हुई है। सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल के पुत्र, प्रवक्ता और उनकी सुरक्षा में लगे सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बरवाला के सतलोक आश्रम से गिरफ्तार किए गए 70 लोगों को पुलिस ने दोपहर बाद हिसार की अदालत में पेश किया। इन पर हिंसा फैलाने और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है। जज ने इन सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

इस बीच बरवाला स्थित सतलोक आश्रम के बाहर शांति है। आश्रम में रोक कर रखे गए लोग धीरे-धीरे बाहर आ रहे हैं। उन्हें कड़ी जांच व पूछताछ के बाद बसों में बैठाकर रवाना किया जा रहा है। पुलिस ने आश्रम को चारों ओर से घेरे में ले रखा है। चर्चा है कि पुलिस ने रामपाल के प्रवक्तार राज कपूर व भाई पुरुषोत्तम दास को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं कर रही।

डीजीपी, हरियाणा एसएन वशिष्ठ के अनुसार अभी भी करीब पांच हजार लोग आश्रम में मौजूद हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि रामपाल के आश्रम में ही होने की सूचना है। वहीं, दूसरी तरफ आश्रम से गिरफ्तार किए गए 70 लोगों को अदालत में पेश किया गया, जिन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इनके ऊपर हिंसा फैलाने और हत्या के प्रयास के आरोप लगाए गए हैं।

वशिष्ठ ने कहा कि रामपाल से अब किसी तरह की बातचीत की गुंजाइश ही नहीं है। डीजीपी ने लगभग चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि बाबा को अब समर्पण कर देना चाहिए। उन्होंने साफ किया कि जब तक आरोपी को पकड़ा नहीं जाएगा, तब तक पुलिस की कार्रवाई चलती रहेगी। आश्रम ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अलग-अलग कर दिया है ताकि वे निकल नहीं सकें।

इस बीच एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि बरवाला में तैनात हरियाणा पुलिस के जवानों में दस प्रतिशत रामपाल के समर्थक हैं, जिसके कारण पुलिस अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर हो रही है।

इससे पहले मंगलवार देर रात दो हजार से ज्यादा साधक ताला तोड़ कर बाहर निकल आए थे। इसमें 500 महिलाएं बच्चों के साथ बाहर आईं। आश्रम के निजी ब्लैक कमांडो व अन्य साधकों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन इन लोगों ने विरोध कर दिया। सभी को पुलिस ने गाडिय़ों से रेलवे स्टेशन व अन्य स्थानों तक पहुंचाने की व्यवस्था की। बाहर निकले साधकों का कहना है कि आश्रम में अभी भी करीब छह हजार लोग बंधक हैं। उनकी तबीयत खराब हैं। वह बाहर निकलना चाहते हैं। पुलिस ने इनके सामान की तलाशी ली तो उसमें अश्लील सामग्री मिली।

 

पांच लोगों की मौत

सतलोक आश्रम से रामपाल को गिरफ्तार करने के लिए चलाए गए पुलिस ऑपरेशन में हुई हिंसक झड़प में अभी तक एक बच्चे सहित पांच लोगों के मरने की जानकारी मिली है। सतलोक आश्रम से डेढ़ वर्षीय मृत बच्चे धैर्य व दो घायलों को लेकर सुबह चार बजे पहली एंबुलेंस मेडिकल कालेज अग्रोहा पहुंची।
उपचार के दौरान इनमें एक महिला रजनी की मौत हो गई। रजनी उत्तर प्रदेश के ललितपुर निवासी सुरेश कुमार की पत्नी थी। जबकि गुडग़ांव के सिकंदरपुर निवासी देवेंद्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे आपातकालीन विभाग में दाखिल किया गया है।
सुबह लगभग दस बजे दो और एंबुलेंस अग्रोहा मेडिकल कॉलेज पहुंची। इनमें चार महिलाओं के शव थे। इनकी पहचान पंजाब के जिला संगरूर के गांव शेरपुरा निवासी जरनैल सिंह की पत्नी 50 वर्षीय मलकीत कौर, उत्तरप्रदेश की आरिया तहसील के गांव शेगनपुर निवासी शिवपाल की पत्नी 22 वर्षीय सरिता, रोहतक के भगवतीपुर निवासी राम मेहर की पत्नी 45 वर्षीय संतोष, उत्तरप्रदेश के जिला बिजनौर की नगीना तहसील के गांव रामपुरा बास निवासी रोहताश की 70 वर्षीय पत्नी राजबाला शामिल हैं।

डेढ़ वर्षीय धैर्य के शव सहित सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल के शव गृह मेंं रखा गया है। धैर्य के पिता विपिन ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के रीवा जिले के गोध गांव का निवासी है। धैर्य पीलिया से पीडि़त था।

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