आईपीएल 2015: नहीं बदला दिल्ली का भाग्य, चेन्नई ने किया जीत से आगाज

चेन्नई : अनुभवी आशीष नेहरा की अगुवाई में गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन से दो बार के चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने पिछले दो सत्र से हार की आदी बन चुकी दिल्ली डेयरडेविल्स को आज यहां रोमांचक मैच में एक रन से हराकर आईपीएल आठ में अपने अभियान की जीत से शुरूआत की।
डेयरडेविल्स के सामने 151 रन का लक्ष्य था लेकिन उसके केवल तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। पिंच हिटर एल्बी मोर्कल 55 गेंद पर 73 रन बनाकर नाबाद रहे। डेयरडेविल्स को आखिरी गेंद पर छक्के की जरूरत थी लेकिन मोर्कल चौका ही लगा पाये और इस तरह से दिल्ली को आईपीएल में लगातार दसवीं हार का सामना करना पड़ा। डेयरडेविल्स ने आखिर में नौ विकेट पर 149 रन बनाये। इससे पहले चेन्नई ने पावरप्ले में ताबड़तोड़ रन बटोरे लेकिन स्पिनरों के सामने उसके बल्लेबाज रन बनाने के लिये जूझते रहे।

डेथ ओवरों में भी वह अपेक्षित रन ही बना पाया और आखिर में सात विकेट पर 150 रन तक पहुंच सका। उसकी तरफ से ड्वेन स्मिथ (34), फाफ डु प्लेसिस (32) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (30) ने उपयोगी योगदान दिया। नेहरा ने हालांकि बेहतरीन गेंदबाजी का नजारा पेश करके 25 रन देकर तीन विकेट लिये। अन्य गेंदबाजों ने भी उनका अच्छा साथ दिया। डेयरडेविल्स ने पिछले सत्र में आखिर के नौ मैच गंवाये थे। उसने इस बार फिर से अपनी टीम में आमूलचूल बदलाव किया लेकिन इससे भी हार का सिलसिला नहीं टूटा।

मोर्कल ने केदार जाधव (20) के साथ चौथे विकेट के लिये आठ ओवर में 48 रन जोड़कर युवराज सिंह के लिये बाद के ओवरों में तेजी से रन बनाने का अच्छा मंच तैयार किया। मोहित शर्मा ने जाधव को 14वें ओवर की पहली गेंद पर आउट किया जिसके बाद युवराज क्रीज पर उतरे। रिकार्ड 16 करोड़ रूपये में डेयरडेविल्स से जुड़े युवराज हालांकि छह गेंद खेलकर और नौ रन बनाकर ड्वेन ब्रावो के बाउंसर को पुल करने के प्रयास में आसान कैच देकर पवेलियन लौट गये।

सातवें नंबर पर उतरे कप्तान जेपी डुमिनी (पांच) ने ईश्वर पांडे की गेंद अपने ही आफ स्टंप पर मार दी। डेयरडेविल्स को आखिरी ओवर में 19 रन की दरकार थी। मोर्कल ने ब्रावो की पहली गेंद पर चौका और चौथी गेंद पर छक्का जड़ा लेकिन आखिरी गेंद को वह लगभग छह फीट के अंतर से छह रन के लिये भेजने में नाकाम रहे। उन्होंने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। इससे पहले डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। उसकी तरफ से नाथन कोल्टर नाइल सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 30 रन देकर तीन विकेट लिये। इमरान ताहिर और अमित मिश्रा ने भी किफायती गेंदबाजी की। इन तीनों ने 12 ओवरों में केवल 78 रन दिये और पांच विकेट हासिल किये। चेन्नई आखिरी छह ओवरों में केवल 39 रन ही बना पाया।

चेन्नई को अगले ओवर में ब्रैंडन मैकुलम (चार) के रूप में पहला झटका लगा जो पहली गेंद पर मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाये और कोल्टर नाइल की दूसरी गेंद हवा में लहराकर युवराज सिंह को कैच दे बैठे। इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में सुरेश रैना (चार) को बोल्ड किया। इसके बावजूद पावरप्ले के छह ओवर में 57 रन बने। स्पिनरों के आक्रमण पर आने के बाद रन गति धीमी पड़ी।

ताहिर ने अपने दूसरे ओवर में स्मिथ को मिडविकेट पर कैच कराया जबकि श्रेयास अय्यर ने कप्तान जेपी डुमिनी के ओवर में सीमा रेखा के पार छह रन के लिये जा रही गेंद को कैच में तब्दील करके डुप्लेसिस की पारी का अंत किया। तीसरे स्पिनर अमित मिश्रा ने रविंद्र जडेजा (16) को अपनी गुगली के आगे नतमस्तक करवाया। डोमिनिक जोसेफ के पारी के 17वें ओवर में केवल एक रन बना और ड्वेन ब्रावो (एक) पगबाधा होकर पवेलियन लौटे। आलम यह था कि 15वें से लेकर 19वें ओवर तक केवल एक बार गेंद सीमा रेखा तक पहुंची। धोनी ने पारी के आखिरी ओवर में कोल्टर नाइल पर दो छक्के जड़कर स्कोर डेढ़ सौ रन तक पहुंचाया।

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