मुंबई के क्रेडिट कार्ड से कैनेडा में 12 बार शॉपिंग

टोरंटो- मुंबई के पुलिसवालों के डेबिट कार्ड से ग्रीस में निकाली गई लाखों की रकम ने इन दिनों जांच एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं, पर इसी तरह के दो मामले कुछ दिनों पहले कांजुर मार्ग और कांदिवली में भी सामने आए थे। पर चूंकि उन मामलों में पुलिसवाले ठगे नहीं गए थे, इसलिए ये दोनों केस मीडिया में सुर्खिया नहीं बने थे।
कांजुरमार्ग केस में असिस्टेंट कोरियोग्राफर पल्लवी राणे को करीब 2 लाख 12 हजार रुपये की चपत लगी। पल्लवी जब अपने बैंक के सीएसटी स्थित एटीएम बूथ में रुपये निकालने गई, तो उन्हें पता चला कि उनके अकाउंट से कुछ दिनों के अंदर काफी रकम निकाल ली गई है। जब पल्लवी ने अपने बैंक में संपर्क किया, तो पता चला कि उनके डेबिट कार्ड से कैनेडा में शॉपिंग की गई है, वह भी एक बार नहीं, 12 बार।
पल्लवी के लिए यह निश्चित ही किसी सदमे से कम नहीं था, क्योंकि वह इस दौरान सिर्फ मुंबई में ही रहीं, कभी कैनेडा गई ही नहीं। उनका डेबिट कार्ड भी उनके पास रहा। जब बैंक ने उन्हें बताया कि उनके कार्ड को किसी ने क्लोन कर दिया है और उससे जुड़ा पूरा डेटा किसी को कैनेडा भेज दिया गया है, उसी के बाद पल्लवी ने कांजुर मार्ग पुलिस स्टेशन में आईपीसी के सेक्शन 420, 419, 467, 465 और 471 के तहत मामला दर्ज करवाया।
जिस दौर में पल्लवी को चीट किया गया, उसी दौर में कांदिवली में एक बिजनसमैन के अकाउंट से 52 हजार रुपये निकाल लिए गए। खास बात यह है कि यह रकम ब्रिटेन के एटीएम में निकाली गई।
समय-समय पर अपना पिन नंबर बदलें
जब इस तरह की खबरें आम हो गई हों कि स्कीमिंग और हिडन कैमरा से लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड के डेटा को चुराया जा रहा है, तो उसमें ठगी से बचने का सबसे बेहतर विकल्प यह है कि अपने कार्ड का पिन नंबर हर दस से पंद्रह दिन में बदल दिया जाए।

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