पनामा पेपरस मामला : सीआरए ने पूरे देश में तीन सर्च वारंटस जारी किए

पनामा पेपरस लीक होने के लगभग दो वर्ष पश्चात केंद्रीय कर एजेंसी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए देश के तीन प्रमुख शहरों में की छापेमारी
टोरंटो। पनामा पेपरस लीक मामले पर बड़ी कार्यवाही करने के पश्चात सीआरए अधिकारियों ने इसकी जानकारी को सार्वजनिक करते हुए बताया कि कैनेडियन कराधान अधिकारियों द्वारा इस प्रकार की घटना पहली बार की गई, जिसमें पनामा पेपरस के आधार पर पश्चिम वैनकुअर, कालग्रे और टोरंटो में संदिग्ध छापेमारी की गई। ज्ञात हो कि वर्ष 2016 और 2017 में दुनिया के हजारों पत्रकारों ने इस पेपरस लीक का मुद्दा उठाया और इसमें शामिल कर चोरों को गिरफ्तार करने या कार्यवाही की मांग की गई, जिसे कैनेडा ने पूर्ण करते हुए इस वर्ष अपने तीन प्रमुख शहरों में इस बारे में रेड ड़ाली। समाचारों में यह भी बताया गया था कि कैनेडा इस फर्म में कर बचाव का सबसे प्रिय स्थान बन गया था, उनकी रिपोर्ट के अनुसार मॉसाक फॉनसेका की फाईलों से लगभग 300 कैनेडियन पासपोर्ट भी बरामद किए गए जिन्हें कर बचाव के लिए विभिन्न नामों से प्रयोग किया गया था। फिलहाल अभी लगभग 122 कैनेडियनस को अंकेक्षण के लिए बुलवाया गया हैं जिन पर इस लीक के संबंध में पूछताछ चल रही हैं, उचित प्रमाण पर ही कोई कार्यवाही की जाएगी। जानकारों के अनुसार केवल समाचार पत्रों में प्रकाशन के आधार पर इतनी बड़ी कार्यवाही देश में पहली बार की जा रही हैं। सीआरए अधिकारियों ने बताया कि इस जांच में आरोपियों के स्थानीय पतों पर छापा मारा जा रहा हैं जिसमें उनके प्रपत्रों और कंप्युटरों की जांच की जा रही हैं, परंतु अभी तक कोई पुलिस कार्यवाही नहीं की गई हैं। इसके अलावा उनके कर बचाव में प्रयोग किए गए विदेशी बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है। इसके अलावा इन आरोपियों से संबंधित विदेशी कर एजेंटों और कैनेडा के मनी लॉड्रिंग निरीक्षकों को भी सर्च वारंट जारी कर दिए गए है।
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