प्रांत द्वारा पढ़ाया जाएगा सिख इतिहास 

पाठ्यक्रम में स्वेच्छा से पढ़ने वाले विषय के रुप में किया जाएगा शामिल
ओंटेरियो। भविष्य में कैनेडियन छात्रों को सिख इतिहास और धरोहर की जानकारी भी पाठ्यक्रम के आधार पर दी जाएगी। ब्रैम्पटन के सैंडलवुड हाईटस माध्यमिक विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षामंत्री इंदिरा नायडू – हैरीस और ब्रैम्पटन-स्प्रिंगडाले के एमपीपी और महिला विकास मंत्री हरिन्द्र माल्ही ने इस बात की घोषणा की। माल्ही ने अपने संबोधन में कहा कि पाठ्यक्रमों में सिख समुदाय की जानकारी उनके इतिहास और धरोहर की जानकारी उनके अतुलनीय योगदान को सम्मान देना होगा। इसके अलावा आने वाली पीढ़ी को यह बताना भी होगा कि इस समुदाय ने कैनेडा के विकास और उत्थान के लिए कितना कार्य किया। ज्ञात हो कि इस पाठ्यक्रम में बताई गई जानकारियों को कई प्रख्यात सिख संस्थाओं और सिख हैरीटेज म्युजियम ऑफ कैनेडा से एकत्र किया जाएगा। इन विचारधारा को बसंत में प्रारंभ करने की संभावना जताई जा रही हैं, जिसे विद्यालयों में अतिरिक्त विषय के साथ जोड़कर बताया जाएगा। इसके अलावा निम्न बातों पर भी गौर किया जाएगा।
– कैनेडा में मनाएं जाने वाले सिख समारोह और सांस्कृतिक गतिविधियों का ब्यौरा।
– सिख समुदाय द्वारा ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर किए गए अद्वितीय कार्य।
– सिख प्रवर्तकों द्वारा कैनेडा के विकास और मानव अधिकारों के लिए किए गए श्रेष्ठ कार्यों की चर्चा।
सिख हैरीटेज म्युजियम ऑफ कैनेडा के कार्यकारी निदेशक प्रदीप सिंह नागरा ने कहा कि पाठ्यक्रम से इसे जोड़ना एक महत्वपूर्ण निर्णय हैं और भविष्य में इसका अवश्य ही लाभ मिलेगा, विशेष तौर पर कैनेडियन सिख बच्चों को अपने समुदाय की जानकारी बचपन से ही पाठ्यक्रम के रुप में मिलेगी।
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