पाकिस्तान में बैशाखी का जश्न मनाने गई भारतीय सिख महिला बन गई किरण से आमना बीबी

नई दिल्ली।  पाकिस्तान में बैशाखी के जश्न में शामिल होने गई भारतीय सिख महिला ने लाहौर में एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी कर ली और इस्लाम स्वीकार कर लिया। उसने अपने वीजा की मियाद बढ़ाने की मांग की है। स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार पंजाब के होशियारपुर जिले के निवासी मनोहर लाल की बेटी किरण बाला ने पाकिस्तानी विदेश विभाग से आवेदन किया है कि उसके वीजा की मियाद बढ़ाई जाए क्योंकि उसने लाहौर के निवासी मोहम्मद आजम से शादी कर ली है। गौरतलब है कि पंजाब के गांव गढ़शंकर की किरण बाला एक विधवा महिला हैं और उसके तीन बच्चे भारत में ही हैं, सूत्रों के अनुसार उसके पति की मृत्यु 2013 में हो गई थी। किरण अपने बच्चों को उनके दादा-दादी के पास छोड़ गई थी, किरण के ससुर तरसेम सिंह ने बातचीत में पता चला कि उन्होंने अपनी बहू को गत 10 अप्रैल को ‘जत्था’ के साथ पवित्र यात्रा के लिए छोड़ा था, जिसे आगामी 21 अप्रैल को वापस पंजाब आना था, परंतु किरण के इस कार्य से वह बहुत अधिक आश्चर्य चकित हैं, उन्होंने बताया कि किरण पिछले 16 अप्रैल से जत्थे से लापता है और उसके साथ अभी तक कोई भी संपर्क नहीं हो पाया हैं। तरसेम सिंह ने एसजीपीसी और  भारतीय विदेश मंत्रालय से अपनी बहु की वापसी की गुहार लगाई हैं। खबर में कहा गया है कि किरण और आजम की शादी बीते 16 अप्रैल को जामिया नसीमिया शिक्षण संस्थान में हुई। किरण ने अपना नाम बदलकर आमना बीबी कर लिया। उसने विदेश मंत्रालय को लिखे पत्र में इसी नाम का इस्तेमाल किया है। उसने पत्र में लिखा है कि वह मौजूदा हालात में भारत वापस नहीं जा सकती और उसे जान से मारने की धमकी मिली है। ऐसे में उसे वीजा की मियाद बढ़ाने की जरूरत है। विदेश विभाग या भारतीय उच्चायोग ने इस पत्र के बारे में कुछ नहीं कहा है। किरण बीते 12 अप्रैल को कई अन्य सिख श्रद्धालुओं के साथ पाकिस्तान पहुंची थी जहां उसे इस्लामाबाद के निकट हसन अब्दाल इलाके में गुरुद्वारा पांजा साहब में बैशाखी के कार्यक्रम में शामिल होना था। उसके वीजा की मियाद 21 अप्रैल तक के लिए है।
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