सरकार आपको दे रही है करोड़पति बनने का शानदार अवसर

केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार नए आइडिया को काफी महत्व दे रही है। इस बीच नीति आयोग एक खास मौका लेकर आया है। जिसके तहत ऐसा आइडिया जिससे आम लोगों की कोई समस्या दूर हो सकती है, जिन्दगी में कई बदलाव ला सकता है, तो नीति आयोग एक करोड़ रुपये का अनुदान देगा। आयोग ने ‘अटल न्यू इंडिया चैलेंज’ नाम से इसे लांच किया है, जिसमें स्टार्ट अप, सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) भाग ले सकेंगे और जीतने पर उन्हें यह राशि मिलेगी। इस बारे में आयोग के सीईओ अमिताभ कांत भारतीयों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए इनोवेशन करने वाले उद्यमी इस चैलेंज में भाग ले सकेंगे। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के संबंधित मंत्रालयों के साथ व्यापक विचार विमर्श करने के बाद तैयार किया है। चैलेंज जीतने वालों को आयोग अनुदान के साथ-साथ अन्य तरह की मदद भी मुहैया कराएगा। ‘अटल न्यू इंडिया चैलेंज’ के तहत जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने वाली कृषि प्रणाली, सड़क और रेल परिवहन के लिए फॉग विजन सिस्टम, स्मार्ट मोबिलिटी, इलकेक्ट्रिक मोबिलिटी, सुरक्षित परिवहन, जल गुवत्ता परीक्षण और कचरा निपटान उपकरण जैसे 17 चिन्हित क्षेत्रों में इनोवेशन के लिए आवेदन किया जा सकेगा। भारतीय कंपनियां खासकर एमएसएमई, शैक्षिक संस्थान और स्टार्ट अप इस चैलेंज में भाग लेने के लिए 10 जून तक आवेदन कर सकेंगे। चालू वित्त वर्ष में नीति आयोग इस तरह के 50 अनुदान देगा। ये अनुदान एक से डेढ़ साल की समयावधि में तीन किश्तों में मिलेगा।
कौन कर सकता है आवेदन
-कंपनी अधिनिय 1956/2013 के तहत शामिल कोई भी भारतीय कंपनी, मुख्य रूप से एक माइक्रो, लघु और मध्यम, जो कि एमसएसमईडी अधिनियम, 2006 में परिभाषित की गई है। वो अटल न्यू इंडिया चैलेंज के लिए आवेदन कर सकती हैं।
-सरकारी या निजी अनुसंधान एवं विकास संगठन और अकादमिक संस्थान भी इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
-इसके अलावा व्यक्तिगत नवप्रवर्तनक भी योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते उन्हें उपयुक्त विनिर्माण क्षमताओं वाले संस्थाओं के साथा साझेदारी करनी होगी।
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
-इस योजना की घोषणा की तारीख से पहले, इनोवेटर्स उसके द्वारा एक प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित किए गए उसके शोध पत्र को सबमिट या प्रदान करना होगा।
-इनोवेटर्स को अपने शोध पत्र के विवरण, नाम और पंजीकरण संख्या का पेटेंट भी सबमिट करवाना होगा।
-यदि आवेदक द्वारा सबमिट करवाए गए शोध का पेटेंट धारक नहीं है, तो आवेदक का उस शोध के पेटेंट धारक के साथ उसका क्या संबंध है इस बात की जानकारी देनी होगी।
-इनोवेटर्स ने जिस भी निर्माता के साथ भागीदारी की होगी, उसे उस निर्माता का नाम और निर्माता से जड़ु अन्य जानकारियां भी प्रदान करनी होगी।
यहां से कर सकते हैं आवेदन
अटल न्यू इंडिया चैलेंज के लिए आवेदन करना चहाते हैं तो उन्हें आवेदन करने के लिए एआईएम वेबसाइट पर जाना होगा या फिर वो सीधे http://aim.gov.in/atal-new-india-challenge.php से लिंक पर जा सकते हैं।

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