उच्चतम न्यायालय ने फॉरसीलो की अपील खारिज की

2013 में सैमी यतीम पर चलाई गोलियों के कारण कॉन्सटेबल जेम्स फॉरसीलो चलाया गया केस
टोरंटो। ओंटेरियो के उच्च न्यायालय ने कॉन्सटेबल जेम्स फॉरसीलो द्वारा पेश की गई अपील को खारिज करते हुए कहा कि फॉरसीलो ने ”अनावश्यक और हद से ज्यादा” लापरवाही दिखाते हुए इस एन्काउन्टर को अंजाम दिया, सूत्रों के अनुसार सन् 2013 में जब सैमी यतीम एक छोटा चाकू लेकर पार्किंग परिसर में अपनी कार में था, तभी फॉरसीलो ने यतीम पर दो गोलियां चलाई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। कोर्ट ने यह भी कहा कि 18 वर्ष के युवा पर इस प्रकार हमला करना बहुत भयानक कृत्य हैं। इसके अलावा फॉरसीलो ने दूसरी बार जो गोली चलाई उसके लिए उसने यतीम को किसी भी प्रकार से कोई भी सूचना नहीं दी जोकि एक अमानवीय कृत्य हैं। इस कार्य के लिए उन्हें क्षमा नहीं किया जा सकता, इस कारण से उनकी अपील को खारिज किया गया। गौरतलब हैं कि फॉरसीलो ने अपनी अपील में कोर्ट को नए सिरे से इस केस के बारे में सोचने के लिए कहा और उन्होंने यह भी कहा कि वह पिछले छ: वर्षों से सजा काट रहे हैं और उन्हें अपनी भूल पर भारी पछतावा भी हैं, परंतु जैसे एक मौका हर किसी को मिलता हैं, वैसे ही फॉरसीलो को भी एक मौका अवश्य मिलना चाहिए। वहीं दूसरी ओर यतीम के अभिभावकों के वकील ने पत्रकारों को बताया कि कोई भी केस जितना लंबा चलता हैं उससे संबंधित लोगों का दु:ख और अधिक बढ़ जाता हैं, इस मामले की गंभीरता कोर्ट को समझ आती हैं इसलिए उन्होनें फॉरसीलो की अपील की गुहार को खारिज कर दिया और मामले की जांच में अधिक तेजी लाने को कहा। इस निर्णय में यह भी कहा गया कि उस समय की स्थितियों को स्पष्ट करने के लिए कोई भी पक्का सबूत  नहीं दिया। जिसकी गहन जांच के पश्चात ही सही निर्णय लिया जा सकता हैं। टोरंटो पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि फॉरसीलो पर केस प्रारंभ होते ही उन्हें पुलिस नौकरी से भी निष्कासित कर दिया था। जिससे फॉरसीलो अपनी वर्दी का गलत प्रयोग न करें और न्याय प्रक्रिया में पूरा सहयोग दें।
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