‘सीएए ने दिखाई पाक की हकीकत’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का रविवार को बचाव किया। उन्होंने कहा कि सीएए पर पैदा हुए विवाद ने दुनिया को पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों के दमन की हकीकत दिखा दी है। हालांकि, उन्होंने निराशा भी जताई कि इस पर युवाओं के एक वर्ग को गुमराह किया जा रहा है। पीएम रविवार को यहां रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि नागरिकता देने के लिए है। उन्होंने कहा, ‘आज, राष्ट्रीय युवा दिवस पर, मैं भारत, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर के युवाओं को यह बताना चाहता हूं कि यह नागरिकता देने के लिए रातों-रात बना कानून नहीं है। हम सभी को यह पता होना चाहिए कि दुनिया के किसी भी देश का, किसी भी धर्म का व्यक्ति, जो भारत और उसके संविधान में यकीन रखता है, वह उचित प्रक्रिया के माध्यम से भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर सकता है। इसमें कोई समस्या नहीं है।’ पूर्वोत्तर में सीएए के विरोध में जारी प्रदर्शनों पर मोदी ने कहा कि नया कानून उनके हित को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। मोदी ने कहा कि सीएए पर राजनीतिक हित साधने के लिए कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी पहल का परिणाम है कि पाकिस्तान को अब जवाब देना होगा कि पिछले 70 वर्षों से वह अल्पसंख्यकों को क्यों प्रताड़ित कर रहा था। पूर्वोत्तर के लोगों को मोदी ने ‘गौरव’ बताया। उन्होंने कहा कि उनकी संस्कृति, परंपराएं, जनसांख्यिकी नये कानून से प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि युवा सारी बात समझ गए हैं, लेकिन जो राजनीति करना चाहते हैं, उन्हें कुछ समझ नहीं आएगा। मोदी ने कहा कि 5 साल पहले देश के युवाओं में निराशा थी, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया देश के युवाओं से बहुत सी उम्मीदें रखती है। युवा चुनौतियों से डरते नहीं हैं। वे चुनौतियों को चुनौती देते हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस, माकपा और कांग्रेस ने बेलूर मठ में राजनीतिक भाषण देने पर मोदी की आलोचना की। जबकि, मिशन ने पीएम के भाषण से खुद को यह कहते हुए दूर कर लिया कि यह एक अराजनीतिक संस्था है।
बंगाल लागू नहीं करता कल्याणकारी योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता पत्तन न्यास का नामकरण जन संघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर कर दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं कर रही, क्योंकि इससे किसी ‘गिरोह’ को फायदा नहीं पहुंचता। लेकिन राज्य के लोगों को लंबे समय तक इन लाभों से वंचित नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि देशभर में 8 करोड़ किसानों को केंद्र की योजनाओं से फायदा मिल रहा है। लेकिन बंगाल में योजनाएं लागू नहीं की गईं, इसकी कसक मेरे मन में रहती है। ईश्वर उन्हें सद‍्बुद्धि दे…।
सीएए और जनहित मुद्दों पर अभियान चलाएगी कांग्रेस
कांग्रेस सीएए, एनआरसी, एनपीआर सहित अन्य जनहित के मुद्दों को लेकर जनसंपर्क अभियान चलाएगी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कहा गया कि नेता और कार्यकर्ता जनता के बीच जाएं और मोदी सरकार की नीतियों को बेनकाब करें। सोमवार को समान विचारधारा वाली पार्टियों की बैठक में भी इन मुद्दों पर चर्चा होगी।
200 शिक्षाविदों का पीएम को पत्र, कहा-लेफ्ट विंग बिगाड़ रहा शिक्षा का माहौल
देश के 208 से ज्यादा शिक्षा विद्वानों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लेफ्ट विचारधारा से जुड़े लोगों पर शिक्षा का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। पत्र लिखने वालों में कई विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर भी हैं। इन्होंने पत्र में लिखा, ‘हमारा मानना है कि स्टूडेंट पॉलिटिक्स के नाम पर अतिवादी वामपंथी एजेंडे को आगे बढ़ाया जा रहा है। हाल ही के घटनाक्रम वामपंथी कार्यकर्ताओं के एक छोटे से वर्ग की शरारत हैं। ‘शिक्षण संस्थानों में लेफ्ट विंग की अराजकता के खिलाफ बयान’ शीर्षक से लिखे पत्र में 208 अकादमिक विद्वानों के हस्ताक्षर हैं।

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