स्कारबरो लोन्ग-टर्म केयर होम में मौत का आंकड़ा पहुंचा 60 के पार

टोरंटो। कोविड-19 का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं जिसका सबसे अधिक प्रभाव लोन्ग-टर्म केयर होम में देखने को मिल रहा हैं, केवल एक सप्ताह के अंदर यहां प्रकोप की स्थिति बिगड़ती जा रही हैं जिसके अंतर्गत मौतों की संख्या 60 से पार हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार केवल 24 घंटों के अंदर आठ लोगों की मौत से सभी को हिलाकर रख दिया हैं। जानकारों के अनुसार गत 1 जनवरी को 78 निवासीयों और 39 स्टाफ सदस्य कोविड-19 संक्रमण से पीड़ित थे, जिनकी संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी चिंता का विषय हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मामलों में गिरावट दर्ज की गई हैं परंतु अभी भी स्थिति जोखिम भरी बनी हुई हैं जिसके लिए सतर्कता आवश्यक हैं। इस बारे में एनव्हाईजीएच द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले 10 से 14 दिन बहुत ही संकटग्रस्त बीते हैं और यह आशा की जा रही हैं भविष्य में स्थितियां जल्द ही नियंत्रित हो सके, मंत्रालय का यह भी कहना है कि संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए स्टाफ द्वारा किए गए अथक प्रयासों के कारण यह स्थिति नियंत्रित हो सकी हैं। ज्ञात हो कि पिछले दिनों इन लोन्ग-टर्म केयर होम के नियंत्रण के लिए मिलीट्री से मदद मांगी गई थी जिससे स्थितियां अनियंत्रित नहीं हो सके। आंकड़ों के अनुसार इस समय होम केयर में 128 निवासी रह रहे हैं जबकि इनकी व्यवस्था के लिए 69 स्टाफ की नियुक्ति हैं जिनमें से कई स्टाफ सदस्य कोविड-19 के कारण अपनी सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि नॉर्थ योर्क जनरल अस्पताल के प्राथमिक डॉक्टरों द्वार पिछले कुछ दिनों से स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए सभी प्रकार की सेवाएं दी जा रही है, इस स्थिति को और अधिक नहीं बिगड़ने दिया जाएं इसके लिए इस लोन्ग-टर्म केयर होम में रहने वाले निवासियों के परिजनों से लगातार संपर्क बनाया गया हैं जिससे आंगुतक डॉक्टरों को यहां रहने वाले सदस्यों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी उपलब्ध हो और वे उन्हें भलीं प्रकार से सेवा दे सके। गौरतलब है कि रविवार को परिजनों से इस होम केयर में प्रवेश नहीं दिए जाने पर उन लोगों ने यहां जमकर बवाल कांटा, इसके लिए कुछ परिजनों के समूह ने लोन्ग-टर्म केयर होम के बाहर धरना-प्रदर्शन भी किया गया, जो अपने परिजनों से मुलाकात के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे थे, इनका मानना है कि स्टाफ की कमी की मार उनके वृद्ध परिजन झेल रहे हैं और इस संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जिसके लिए उन्हें बेहद निराशा प्रतीत हो रही हैं।

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