इस होलीडेज में केवल 50 प्रतिशत कैनेडियन्स ही अपने परिजनों-मित्रों से मिलने घरों से बाहर निकले

टोरंटो। मंगलवार को जारी नई पोल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई कि इस बार केवल 48 प्रतिशत लोग ही अपने घरों से बाहर निकलकर अपने परिजनों व मित्रों से मिलने उनके घर गए। लेजर वेब पॉल प्रक्रिया में 1506 कैनेडियनस और 1003 अमेरिकनस शामिल किए गए, इसमें यह स्पष्ट किया गया कि कुल जनसंख्या के 52 प्रतिशत लोग इस बार होलीडेज में भी अपने घरों से बाहर नहीं निकले, जबकि अन्य 34 प्रतिशत लोग एक बार अवश्य घर से निकले, वहीं दूसरी ओर 12 प्रतिशत लोग दो से तीन बार अपने घरों से बाहर निकलकर होलीडेज का पूरा आनंद ले रहे थे। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 के विस्तार को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्रांतों के प्रीमियरों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया था कि इन होलीडेज में भी लोगों को गेदरींग संबंधी नियमों का पालन करना होगा और केवल घरों से बाहर ही वे अधिक संख्या में मिल सकते हैं। घरों के अंदर अधिकतम संख्या 10 से अधिक नहीं होने के आदेश थे जिन्हें नहीं पालन करने वालों को भारी जुर्माना देना पड़ सकता था, इसलिए लोगों ने अपने परिजनों और मित्रों के साथ घर से बाहर मिलने की योजना बनाई और काफी हद तक इस महामारी को नियंत्रित करने में सहयोग दिया। पोल में यह भी बताया गया कि 30 दिसम्बर से 3 जनवरी के मध्य 62 प्रतिशत लोगों का मानना था कि कैनेडा में कोविड-19 के दिशा निर्देशों का उचित प्रकार से पालन किया जा रहा हैं इसलिए सावधानी के तौर पर उन्होंने अन्य से मिलने की बात को नहीं स्वीकारा बल्कि घरों में ही सुरक्षित रहने की बात पर बल दिया। वहीं सोमवार को प्राप्त आंकड़ों में यह स्पष्ट किया गया कि पिछले चैबीस घंटों में 10,000 नए केस सामने आने से इसका प्रमुख कारण लोगों के होलीडेज में लापरवाही को माना जा रहा हैं। पोल में यह भी माना गया कि वैक्सीन आने की आशा से कैनेडियन और अमेरिकनस में थोड़ी राहत दिखी हैं परंतु अभी तक इसकी पूर्ण संतुष्टि नहीं होने के कारण लोगों में कुछ शंका अभी भी शेष हैं। सूत्रों के अनुसार 70 प्रतिशत कैनेडियनस का अभी भी यहीं मानना है कि कोविड-19 पर आधारित वैक्सीन पूर्ण रुप से इस महामारी को नियंत्रित करने में सफल नहीं हुआ हैं। जबकि 62 प्रतिशत का दावा है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी वैक्सीनेशन इस स्थिति को सुधारने में कारगर कदम साबित हो सकता हैं। जानकारों के अनुसार इस ऑनलाईन सर्वे रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की त्रुटि होने की संभावना बहुत कम हैं, जहां यह माना गया कि 1506 लोगों के आंकड़ों में 2.53 प्रतिशत त्रुटि की गणना मानी गई तो वहीं 1,003 की संख्या में त्रुटि दर 3.09 प्रतिशत तक मानी गई।

You might also like

Comments are closed.