कॉमनवेल्थ गेम्स: सीमा को डिस्कस थ्रो में रजत

ग्लास्गो। भारत की सीमा पूनिया ने इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स की महिला डिस्कस थ्रो स्पर्धा का रजत पदक हासिल किया। ंइस बार एथलेटिक्स में यह भारत का दूसरा पदक है। गुरुवार को विकास गौड़ा ने पुरुष डिस्कस थ्रो में स्वर्ण पदक जीता था।

सीमा कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार तीसरा पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गई हैं। उन्होंने 2010 दिल्ली में कांस्य पदक व 2006 मेलबर्न में रजत पदक जीता था। वह 2002 विश्व जूनियर एथलेटिक्स की कांस्य पदक विजेता हैं।

सोनीपत (हरियाणा) की सीमा ने फाइनल्स में 61.61 मी. तक चक्का फेंकते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। स्पर्धा का स्वर्ण ऑस्ट्रेलिया की डैनी सैमुअल्स ने 64.88 मी. की दूरी के साथ जीता। वहीं, इंग्लैंड की जेड लाली ने 60.48 मी. के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। सीमा दूसरे प्रयास में 58.87 मी. के साथ तीसरे स्थान पर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में सत्र की सबसे लंबी दूरी तय करते हुए रजत पदक पक्का किया। सीमा ने पहले प्रयास में 53.64 मी. और तीसरे प्रयास में 58.62 मी. तक चक्का फेंका।

गुरुवार को हुए क्वालिफिकेशन राउंड के ग्रुप ‘ए’ में सीमा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और वह 58.44 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे नंबर पर रही थीं।

2010 दिल्ली खेलों की स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकीं और पांचवें स्थान पर रहीं। उन्होंने 57.84 मी. तक चक्का फेंका। क्वालीफिकेशन में भी कृष्णा ने निराशाजनक प्रदर्शन किया था। हालांकि वह 51.36 मीटर के थ्रो के साथ 11वें नंबर पर रहकर क्वालीफाई करने में कामयाब रहीं।

कृष्णा ने दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में 61.51 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया था, जबकि उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 64.76 मीटर थ्रो है।

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