कुश्ती में डबल गोल्ड, योगेश्वर-बबीता ने दिलाया स्वर्ण

ग्लास्गो, एजेंसी। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त और बबिता कुमारी ने 20वें कॉमनवेल्थ गेम्स की कुश्ती प्रतियोगिता में गुरुवार को भारत को दो और स्वर्ण पदक दिलाए। हालांकि गीतिका जाखड़ भारत के लिए गोल्डन हैट्रिक बनाने से चूक गयीं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पवन कुमार कुश्ती में दिन का चौथा पदक दिलाने में कामयाब रहे। भारत ने अभी तक कुश्ती में पांच स्वर्ण, छह रजत और दोकांस्य पदक सहित 13 पदक जीत लिए हैं। भारत अब कुल 12 स्वर्ण, 20 रजत और 14 कांस्य पदक हो गए हैं और वह तालिका में छठे स्थान पर है। इंग्लैंड 115, ऑस्ट्रेलिया 110 और कनाडा 56 पदक लेकर क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर बने हुए हैं।

सोनीपत के योगेश्वर दत्ता ने ओलंपिक जैसा लाजवाब प्रदर्शन करते हुए कनाडा के जेवॉन बालफोर को 65 किग्रा वर्ग के फ्रीस्टाइल मुकाबले में जमीन सुंघाकर भारत को कुश्ती में पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने सभी मुकाबलों में अपनी ट्रेडमार्क ‘फिटेले’ तकनीक का शानदार प्रदर्शन किया। योगेश्वर ने फाइनल में कनाडाई पहलवान को टिकने का कोई मौका नहीं दिया। भारतीय पहलवान की तेजी और दाव पेचों के आगे बालफोर मैट पर बस बेबस नजर आए। योगेश्वर ने पहले ही राउंड में एक के बाद एक दस अंक बटोरते हुए मुकाबला निपटा दिया। योगेश्वर ने इससे पहले सेमीफाइनल में श्रीलंका के चमारा परेरा को एकतरफा मुकाबले में पहले ही राउंड में 10 अंक लेकर जीत हासिल की थी। क्वार्टर फाइनल में भी योगेश्वर ने स्कॉटलैंड के गैरेथ जोंस को इसी तरह से पहले ही राउंड में 10 अंक बटोरकर निपटा दिया था।

भिवानी बबिता ने इन खेलों के आठवें दिन भारत को पहला और कुश्ती का चौथा स्वर्ण दिलाया। बबिता ने महिला फ्रीस्टाइल स्पर्धा के 55 किलोग्राम वर्ग के फाइनल मुकाबले में कनाडा की ब्रिटनी लेवरडुरे को एकतरफा मुकाबले में मात देकर स्वर्ण पर कब्जा जमाया। बबिता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहले पीरियड में पांच अंक हासिल कर लिए और अपनी प्रतिद्वंद्वी को एक भी अंक नहीं लेने दिया। दूसरे पीरियड में लेवरडुरे दो अंक हासिल कर सकीं, लेकिन चार अंक हासिल कर बबिता इस पीरियड में उन पर भारी साबित हुईं। तकनीकी अंक के आधार पर बबिता को 3-1 से विजेता घोषित किया गया।

उम्मीद थी कि महिला फ्रीस्टाइल स्पर्धा के 55 किलोग्राम वर्ग में हिसार की गीतिका स्वर्ण जीतने के सिलसिले को जारी रखने में सफल रहेंगी। लेकिन उन्हें कनाडा की डी लैपेज से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। इससे पहले सेमीफाइनल में वेल्स की सारा कोनोली के खिलाफ गीतिका ने शुरू में ही बढ़त हासिल कर उसे दो बार मैट से बाहर पटक दिया। भारतीय पहलवान तीन मिनट के पहले दौर में 9-2 से आगे थी और फिर रेफरी ने मुकाबला रोक दिया तब वह 12-2 से आगे थीं।

पवन कुमार ने कांस्य पदक के लिए मुकाबले में पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को हरा दिया। पवन भी फाइनल में पहुंचने के मजबूत दावेदार लग रहे थे, लेकिन वह सेमीफाइनल सेमीफाइनल में कनाडा के तामेरलान तागजीव की बराबरी नहीं कर सके और दो मिनट, 35 सेकेंड में हार गए।

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