66वें गणतंत्र दिवस पर नारी शक्ति का गवाह बना राजपथ

नई दिल्ली। भारत के 66वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर देश की सामरिक व सांस्कृतिक ताकत का शानदार नजारा पेश हुआ। इस मौके पर पहली बार तीनों सेनाओं के एक विशेष महिला दस्ते ने मार्च कर रक्षा सेवाओं में नारी शक्ति की बढ़ती मौजूदगी की झलक भी पेश की। विश्व शक्ति माने जाने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
रविवार की सुबह बेहद सर्द मौसम, हल्की बूंदा-बांदी और अभूतपूर्व सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई परेड के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के बीच जितनी गर्मजोशी दिखी, वह आने वाले समय में भारत-अमेरिकी संबंधों के लिहाज से भी बेहद अहम साबित होगी। यह पहला मौका था जब अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी सुरक्षा व्यवस्था के नियमों को तोड़ते हुए दुनिया के किसी भी हिस्से में दो घंटे तक खुले में बैठे हों। सुरक्षा प्रोटोकॉल की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले किसी भी कार्यक्रम में 40 मिनट से ज्यादा खुले स्थान में नहीं बैठे थे।
राजपथ पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और मुख्य अतिथि ओबामा सहित गणमान्य लोग विशेष बुलेटप्रूफ शीशे वाले मंच पर विराजमान हुए। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ओर से राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई और राष्ट्रीय गान के साथ समारोह की शुरुआत हुई। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति अपनी पत्नी मिशेल ओबामा के साथ पहुंचे थे।
सेना व अद्र्ध सैनिक बलों की विभिन्न टुकडिय़ों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। 16 राज्यों और केंद्र सरकार के नौ मंत्रालयों की झांकियों में भी देश की सांस्कृतिक विविधता और संपन्नता की सुरुचिपूर्ण झलक पेश की। इस वर्ष परेड की थीम भी महिला शक्ति ही थी। तीनों सेनाओं के महिला अधिकारियों की विशेष टुकड़ी जब अपनी शानदार वेशभूषा में गर्व के साथ मार्च करती हुई गुजरीं तो वहां मौजूद अधिकांश लोगों ने खड़े हो कर उनका अभिवादन किया। 148 महिला अफसरों के दस्ते की कमान नौसेना की ले.कमांडर संध्या चौहान से संभाली।
स्वदेश में विकसित जमीन से आकाश में मध्यम दूरी तक मार करने वाली आकाश मिसाइल के अलावा पनडुब्बी रोधी विमान पी-8 आइ व काफी दूर तक मार करने वाले उन्नत लड़ाकू विमान मिग 29 को पहली बार देखा गया। इसी तरह टी-90 टैंक भी आकर्षण का केंद्र रहा, जिसे भीष्म नाम दिया गया है। बराक ओबामा ने सबसे ज्यादा दिलचस्पी बीएसएफ के जवानों के कारतबों में दिखाई। जब ये जवान चलती मोटरसाइकिलों पर करतब दिखा रहे थे तो ओबामा ने थम्ब्स अप का इशारा किया।
समारोह के अंतिम चरण में वायुसेना के जांबाज पायलटों ने सांसें थामने वाले हवाई करतब दिखाए। तीन एमआइ 35 हेलीकाप्टर साथ उड़े जैसे अतिथियों का स्वागत कर रहे हों। इसी तरह तीन सी-130 जे हरक्यूलिस विमान को देख लोगों की नजर ठिठक गईं। अंत में सी-17 ग्लोबमास्टर ने उड़ान भरी, जो अपने विशाल आकार से आकर्षण का केंद्र बना। इसके अगल-बगल दो एसयू-30 विमान कदमताल करते उड़े थे।
परेड में पहली बार
-अमेरिकी राष्ट्रपति मुख्य अतिथि : पहला मौका है जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बना।
-मुख्य अतिथि का अलग वाहन : गणतंत्र दिवस समारोह में ओबामा दंपति अपनी अति सुरक्षित कार बीस्ट से पहुंचे। जबकि परंपरा के मुताबिक मुख्य अतिथि भारतीय राष्ट्रपति के साथ आते हैं।
-महिला सैनिकों का दस्ता : गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार तीनों सेनाओं के महिला जत्थे परेड में शामिल हुए।
-कोबरा कमांडो का जत्था : नक्सलियों से लडऩे के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के तैयार किए कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) का जत्था परेड में शामिल हुआ।
-तेलंगाना की झांकी : नवगठित राज्य तेलंगाना की झांकी गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदर्शित की गई। इसमें बोनालू उत्सव की झलक मिली।
-पी-81 एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन : गणतंत्र दिवस में आकर्षण का केंद्र रहा पी-81 एयरक्राफ्ट जो पनडुब्बी को मार गिराने की क्षमता रखता है। यह हाल ही में वायुसेना में शामिल हुआ है। एमआइजी-29 के लड़ाकू विमान का प्रदर्शन भी किया गया।

 

 

 

 

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