आइएस ने पिंजरे में बंद कर जिंदा जलाए 17 कुर्दिश लड़ाके!

आइएस ने इराकी शहर किरकुक में 17 कुर्दिश पशमेर्गा लड़ाकों को पिंजरे में बंद करके परेड निकाली। अपुष्ट खबरों के अनुसार, जॉर्डन के पायलट अल-कसाबेह की तरह इन्हें भी जिंदा जलाकर मार डाला गया है। हालांकि, इसकी अब तक पुष्टि नहीं हुई है।
क्या है वीडियो में?
सोशल मीडिया ट्विटर में इस कुर्दिश लड़ाकों की तस्वीरें और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि पिंजरे में कैद कई युवकों को शहर की भीड़भाड़ वाली सड़क से ले जाया जा रहा है। कुर्दिश लड़ाकों ने नारंगी जंपसूट पहने हैं और उन्हें पिकअप ट्रकों के पीछे रखे पिंजरों में बंधक बनाकर रखा गया है।
लंबे समय से चल रही लड़ाई
कई ट्वीट्स में आशंका जताई गई है कि इन बंधकों को भी जॉर्डन पायलट की ही तरह जिंदा जलाकर मार डाला गया है। कथित तौर पर यह परेड दक्षिण-पश्चिम किरकुक के हावजा में निकाली गई। 1 मिनट 17 सेकेंड के वीडियो में इस्लामिक स्टेट के कई पिकअप ट्रक दिख रहे हैं, जिन पर पिंजरे रखे हैं और हर पिंजरे के साथ एके-47 लिए एक आतंकी सवार है। गौरतलब है कि इस्लामिक स्टेट और कुर्दिश पशमेर्गा लड़ाकों के बीच किरकुक में लंबे समय से लड़ाई चल रही है।
अल-बगदादी पर आइएस का कब्जा
अमेरिकन आर्मी ने कहा है कि आइएस के जिहादियों ने पश्चिमी इराक के शहर अल-बगदादी पर कब्जा कर लिया है जो कि उस एयर बेस से बेहद करीब है जहां अमेरिकी फौजें इराकी बलों को ट्रेनिंग दे रही हैं। अल-बगदादी शहर पर आइएस के कब्जे को हालांकि पेंटागन ने तवज्जो न देते हुए कहा कि यह मामूली झटका है। समीपवर्ती अल-असद एयर बेस पर आइएस के चरमपंथियों ने आत्मघाती हमलों सहित कई हमले किए जो नाकाम रहे, लेकिन अल-बगदादी पर उन्होंने नियंत्रण कर लिया। पेंटागन के प्रवक्ता रीयर जॉन किर्बी ने बताया कि हमारा आकलन है कि फिलहाल अल-बगदादी पर उनका नियंत्रण है। अनबार प्रांत में स्थित अल-बगदादी शहर असद एयर बेस से करीब आठ किमी दूर है जहां इराक सरकार के सैनिकों की सहायता के लिए करीब 300 अमेरिकन मरीन मौजूद हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इराकी सैनिकों ने बेस पर आइएस गुट के हमले को नाकाम कर दिया।

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