गाजा पर हुए वर्तमान हमलों के कारण कैनेडा में रह रहे फिलीस्तीनी चिंतित : रिपोर्ट

Palestinians living in Canada worried due to current attacks on Gaza: report

Palestinians living in Canada worried due to current attacks on Gaza: report

मॉन्ट्रीयल। कैनेडा में अप्रवासी नागरिक के रुप में रह रहे मॉआयड सलीम ने अपनी व्यथा मीडिया के साथ साझा करते हुए माना कि इस समय उसे गाजा में रह रहे अपने 66 वर्षीय पिता और शेष परिजन की बहुत अधिक ंिचंता हो रही हैं, दिन-प्रतिदिन इजरायल अपने हमलों में वृद्धि कर रहे हैं, इन हमलों में वे युद्ध नियमों का भी उल्लंघन कर रहे हैं, जिसके कारण स्वयं संरा ने भी माना कि इस बारे में जांच आरंभ कर दी गई हैं। सलीम ने यह भी माना कि ओंटेरियो के लंदन में उसके जन्म के बाद ही उसके पिता गाज आवास के लिए चले गए थे, जिसके बाद पिछले कुछ दिनों से उनसे कोई भी संपर्क नहीं हो पाया हैं और उन्हें इस बात का भी पता नहीं कि वह जिंदा भी हैं या नहीं।

सूत्रों के अनुसार गत शनिवार से इजरायल ने गाजा पर बमबारी हमलों में वृद्धि के साथ यह स्पष्ट कर दिया कि वे जल्द ही आतंकी समूहों का पूर्ण रुप से अंत कर देंगे। इस बारे मे अपने ताजा बयान में इजरायल के प्रधानमंत्री बेन्जामीन नेत्आन्यहू ने बताया कि हमास अभी भी हमारे साथ युद्ध के लिए तैयार हैं और उसके द्वारा किसी भी प्रकार के युद्ध-विराम का संकेत नहीं मिला हैं, जिसके कारण यह कहना अनुचित नहीं होगा कि यह युद्ध अभी कुछ समय तक और चल सकता हैं।

वहीं पिछले दिनों इजरायल के प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कहा था कि वह फिलीस्तीन और गाजा प्रांतों में सक्रिय सभी आतंकी समूहों को नष्ट किए बिना इस युद्ध को समाप्त नहीं करेगी, इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी माना कि गाजा प्रांत के नागरिक पूर्ण रुप से सुरक्षित हैं और उनका लक्ष्य आतंकवादियों को समाप्त करना हैं, न कि वहां के बच्चों और महिलाओं को नुकसान पहुंचाना। सूत्रों की माने तो पिछले दिनों गाजा आतंकी हमले के अंतर्गत 1400 इजरायली नागरिकों की मृत्यु की पुष्टि की गई हैं, वहीं इजरायल ने अपने बदले के हमले में लगभग 4600 फिलीस्तीनियों को हवाई हमलों का शिकार बनाया।

कैनेडा का यह भी कहना है कि इजरायल अधिक से अधिक मानवीय अधिकारों का पालन करें और कोई भी ऐसा कार्य नहीं करें, जिससे मानवीय अधिकारों का उल्लंघन हो। इस संबंध में कैनेडा ने इजरायल की मदद हेतु राहत सामग्रियों का एक छोटा शिपमेंट भेजा। जौली ने यह भी बताया कि उन्होंने पिछले महीने ही अपने एक बयान में यह माना था कि गाजा पूरी दुनिया में एक ऐसा स्थान हैं जहां कोई भी आतंकी हमला किसी भी समय हो जाता हैं, जोकि किसी भी दूसरे देश के नागरिक के लिए सुरक्षित नहीं। इस हमले के बाद इजरायल के दबाव के बावजूद इजिप्ट ओर जॉर्डन ने यह स्पष्ट कर दिया हैं कि वे लगभग 2.3 मिलीयन फिलीस्तीन नागरिकों को अपने देशों से निष्कासित नहीं करेंगे। जबकि इजरायल ने अपनी घोषणा में कहा कि वह हमास में चल रहे सभी आतंकी समूहों को जड़ से समाप्त कर देगें और उसी के बाद चैन की सांस लेंगे।

अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय यानि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) ने इजराइल को चेतावनी दी है कि प्रभावित लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचने से रोकना युद्ध अपराध माना जाएगा। आईसीसी अभियोजक करीम खान ने मिस्र और गाजा पट्टी के बीच रफा सीमा का दौरा करने के बाद यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कई ट्रक गाजा पट्टी में प्रवेश की अनुमति का इंतजार मिस्र में कर रहे हैं। उन्होंने इजराइल से गाजा में मानवीय सहायता वाले अधिक ट्रकों को अनुमति देने का आह्वान किया और कहा कि आईसीसी 7 अक्टूबर के नरसंहार की गंभीरता से जांच कर रही है जिसमें 1,400 इजराइली नागरिक मारे गए, 3,000 से अधिक घायल हुए और 239 को बंधक बना लिया गया।

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हालांकि, आईसीसी का अधिकार क्षेत्र केवल गाजा और वेस्ट बैंक में है, लेकिन खान ने कहा कि वह 7 अक्टूबर की तबाही की सक्रिय रूप से जांच कर रहे हैं। खान ने कहा कि उनका दफ्तर फिलिस्तीन के क्षेत्र में इजराइल द्वारा या फिलिस्तीन से इजराइल में किए गए अपराध की विस्तृत जांच कर रहा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि चल रही जांच 2014 के हमास-इजरायल संघर्ष के दौरान आईसीसी द्वारा की गई जांच का विस्तार है, जिसे उनके पूर्ववर्ती फतौ बेनसौदा द्वारा शुरू किया गया था और 2021 में अनुमोदित किया गया था। इजराइल आईसीसी का सदस्य नहीं है और उसने रोम कानून की पुष्टि नहीं की है और आईसीसी के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया है।

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