मंग‍ोलिया जाने वाले भारत के पहले पीएम बने नरेंद्र मोदी

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपनी तीन दिवसीय चीन की यात्रा के बाद आज दोपहर मंगोलिया के लिए रवाना हुए। वह भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो अपनी आधिकारिक यात्रा पर मंगोलिया पहुंचे हैं। इससे पहले चीन में अपनी यात्रा के आखिरी पड़ाव में पीएम मोदी आज भारतीय समुदाय के लोगों के रिसेप्शन कार्यक्रम में उनसे मिलने पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री को सुनने के लिए चीन के अलग-अलग हिस्से से लोग आए हुए थे, कार्यक्रम में मोदी के पहुंचने पर लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
कार्यक्रम में पहुंचने के बाद पीएम ने सभी भारतीयों को नमस्कार किया। उसके बाद भीड़ ने भी ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाकर पीएम का जोरदार स्वागत किया। पीएम ने कहा कि आज चीन में भारतीय खुशी से जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। आप लोगों को देखकर मुझे खुशी हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, पूरी दुनिया को ताज्जुब है कि चीन में रह रहे भारतीय इतने आराम और शांति से कैसे रह रहे हैं। भारतीयों के बीच पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि आज से ठीक एक साल पहले चीन में रहने वाले भारतीय लोकसभा चुनाव का रिजल्ट पूछ रहे थे। पिछले साल आज के दिन हर कहीं एक ही बात थी ‘दुख भरे दिन बीते रे भैया-सुख भरे दिन आयो रे’।
पीएम ने कहा कि चीन में मेरा नहीं सवा सौ करोड़ देशवासियों का स्वागत किया गया। एक तरफ भारत चीन एक तरफ पूरी दुनिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जनता और संविधान की बदौलत, बाबासाहब अंबेडकर की बदौलत, एक गरीब चायवाल भारत का प्रधानमंत्री बन गया।
चीन में भारतीय समुदाय के बीच पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी से आशीर्वाद मांगने आया हूं कि मुझसे ऐसी कोई गलती न हो जाए जिससे देश और देशवासियों का नुकसान हो। पहले कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत के रूप में विश्व में एक नई हवा चलेगी। भारत और चीन विश्व को तरक्की की नई जमीन देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बचपन से ही मां ने सिखाया कि धरती सबकी मां है। धरती मां की तरक्की और रक्षा के लिए मैं भरपूर जतन करूंगा। उन्होंने कहा कि ज्यादा काम करने के लिए मेरी आलोचना होती है। ज्यादा काम करना गुनाह है तो अपने देशवासियों के लिए मैं यह गुनाह करता रहूंगा।
मोदी ने कहा कि सारी दुनिया मानती है 21वीं सदी एशिया की सदी है।

फूदान यूनिवर्सिटी पहुंचे पीएम, लगे मोदी-मोदी के नारे
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई की फूदान यूनिवर्सिटी पहुंचे थे, जहां उन्होंने सेन्टर फॉर गांधियन एंड इंडियन स्टडीज का उद्घाटन किया। इस दौरान चीनी छात्रों ने पीएम का जोरदार स्वागत किया और एक छात्र ने संस्कृत में गीता का पाठ किया।
फूदान यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी ने छात्रों को हिंदी में संबोधित किया, जिसका चाइनिज भाषा में अनुवाद किया गया। पीेएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान का न पूरब होता है, न पश्चिम। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे चीन की 2 यूनिवर्सिटी में बोलने का मौका मिला। वेद में कहा गया कि ज्ञान को हर जगह से आने दिया जाए।

उन्होंने कहा कि ज्ञान के लिए दरवाजा खोलने के लिए भीतर ताकत की जरूरत होती है। अगर ये ताकत हम में न हो, तो ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता है। दोनों देश ज्ञान के प्यासे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि बुद्ध के बाद गांधी के सहारे को चीन को जानना बड़ी बात है।
पीएम ने कहा कि आज दुनिया में आतंगवाद और ग्लाबल वार्मिंग सबसे बड़े संकट हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी युग पुरुष थे और आज भी उनका ज्ञान आज भी लोगों को रास्ता दिखाता है। पीएम मोदी भारतीय समयानुसार दोपहर 1 बजे भारतीय समुदाय के लोगों के रिसेप्शन में भी मिलेंगे।
कंपनियों के सीईओ से मिले पीएम नरेंद्र मोदी
इससे पहले आज सुबह सात बजे पीएम मोदी ने शंघाई में चीन की 22 बड़ी कंपनियों से सीईओ से मुलाकात की और उन्हें मेक इन इंडिया के तहत भारत में बिजनेस करने का न्यौता दिया। इस मुलाकात के बाद भारतीय और चीनी कंपनियों के बीच 22 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा पीएम ने भारत-चीन बिजनेस फोरम की बैठक में भी हिस्सा लिया।
बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दोनों देशों की समानताओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हम सबसे पुराना इतिहास साझा करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन में कई ऐसे विद्वान हुए जिन्होंने भारत केे ग्रंथों का चीनी भाषा में अनुवाद किया, जिससे भारतीय संस्कृति के बारें में चीन के लोगों को भी पता चले।

पीएम मोदी ने कहा मुझे यकीन है कि यह सदी एशिया की सदी होगी। उन्होंने कहा हाल के दिनों में देश की सीमाओं से बाहर निकल कर ज्ञान का आदान-प्रदान तेजी से हो रहा है। भारत हमेशा से ज्ञान से जुड़ी हुई सभ्यता रही है। चीन की सभ्यता खोज से जुड़ी हुई है। इसके साथ ही पीएम ने कहा भारत 500 शहरों में मेट्रो चलने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही रेलवे के विस्तार की भी योजना है। उन्होंने कहा कि 2022 तक सबको घर देने की योजना है। पहले चरण में डेढ़ करोड़ घर बनाए जाएंगे। दोनों देशों में रगीबी मिटाने की एक जैसी चुनौतियां।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता विकास स्वरूप ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी सीइओ के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा किया और वार्ता का ब्यौरा दिया। इस दौरान दोनों देशों के सीईओ के बीच 20 से अधिक समझौतों पर दस्तखत भी हुए।

आज मंगोलिया के होंगे रवाना पीएम
पीएम नरेंद्र मोदी आज ही शंघाई से मंगोलिया के लिए निकल जाएंगे। मंगोलिया के बाद 18 और 19 मई को वो दक्षिण कोरिया जाएंगे।
भारत और चीन के बीच 24 समझौते
शुक्रवार को बीजिंग में चीन और भारत के बीच 24 समझौते हुए। स्किल डेवलेपमेंट, रेलवे,एजुकेशन एक्सचेंज, समेत सिस्टर सिटीज पर भी करार हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि 24 समझौतों पर दस्तखत के अलावा चीन से बॉर्डर पर शांति और LAC को लेकर भी हुई बात। पीएम मोदी ने शुक्रवार को चीनी नागरिकों के लिए ई-वीजा का एलान किया।

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