1.25 मिलीयन डॉलर के सीक्रेट स्टाफ बोनस को सिटी वैध साबित नहीं कर सका

काउन्सिलरस ने गहन जांच के दिए आदेश 
ब्रैम्पटन। 1.25 मिलीयन डॉलर के स्टाफ बोनस की वैधता को साबित करने में सिटी ऑफ ब्रैम्पटन ने अपनी असमर्थता प्रकट कर दी हैं, जिससे यह घोटाला बहुत बड़े स्तर का प्रतीत होने वाला हैं, जिसमें कई दिग्गजों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही हैं। लेकिन काउन्सिलरस ने यह भी स्पष्ट कर दिया हैं कि यदि इस घोटाले में किसी भी प्रकार की कानूनी अवहेलना की गई होगी तो इसकी पुलिस जांच भी प्रारंभ हो सकती हैं। प्रांतीय काउन्सिलर मार्टिन मैडेरॉज ने बताया कि हमारे आंतरिक अंकेक्षकों ने बहुत बढ़िया काम किया, और इतने बड़े घोटाले को भांपते हुए इसकी पूर्ण जानकारी दी, यद्यपि अभी यह बात स्पष्ट नहीं हुई हैं कि यह घोटाला पूर्व काउन्सिल अधिकारियों द्वारा ही किया गया हैं, परन्तु संदेह सभी पर हो रहा हैं। गौरतलब हैं कि  एक बार फिर से सिटी की ऑडिट कमेटी ने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया, जिसके अंतर्गत पूर्व सिटी स्टाफ  द्वारा बोनस फंड में भारी लापरवाही और भ्रष्टाचार का सबूत देते हुए लगभग 1.25 मिलीयन डॉलर का घोटाला किया, आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार ”फेवरीजम” नाम से यह खर्चा लेखा पुस्तकों में दर्शाया गया, जिसमें गैर-यूनियन को बोनस के रुप में 1.25 मिलीयन डॉलर की राशि अनुमोदित की गई, परन्तु यह राशि केवल स्टाफ ने आपस में ही बांट ली यूनियनस तक यह राशि पहुंची ही नहीं। इस रिपोर्ट के पश्चात मेयर लिंडा जैफरी ने अपने संबोधन में कहा कि इसके लिए तुरंत पुलिस जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएं। करदाताओं के सार्वजनिक राजस्व में घपला करने वाले सभी कर्मचारियों जो 2009 से 2014 तक कार्यरत रहे उनके लेखा खातों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ब्रैम्पटन काउन्सिलर अगले हफ्ते ओपीआर प्रशिक्षण से संबंधित स्टाफ पर मतदान करेंगे, लेकिन अभीयह बात स्पष्ट नहीं हो सकी हैं कि इसकी पुलिस जांच के आदेश भी उसी समय पारित किए जाएंगे या नहीं, परन्तु सभी ने इस जांच में पूर्ण सहयोग की बात दोहराई हैं।
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