सेंट-एलीयास चर्च में आग लगाने वाले दोषियों की तलाश में पुलिस

ब्रैम्पटन। ब्रैम्पटन के प्रख्यात सेंट-एलीयास यूक्रेनियन चर्च में तीन वर्ष पश्चात दोबारा आग लगा दी गई, परन्तु संयोगवश इस बार यह आग इतनी भयंकर नहीं थी, और न ही इसमें किसी प्रकार का कोई बड़ा नुकसान हुआ। पुलिस के अनुसार पादरी की धर्मपत्नी ने उन्हें मध्य रात्रि फोन पर बताया कि चर्च में आग लग गई, जिस पर नियंत्रण के लिए वे अग्निशमनों की टीम के साथ वहां पहुंचे और जल्द ही उस पर नियंत्रण पा लिया, गत रविवार 16 जुलाई को रात्रि 2:20 बजे लगी इस आग में चर्च को बहुत कम नुकसान हुआ और न ही किसी प्रकार के जान-माल की हानि हुई, दोषियों की तलाश जारी हैं। नवीनीकरण के पश्चात यह चर्च अभी पिछले वर्ष अक्टूबर में ही खोला गया, जोकि 2014 के भयंकर अग्निकांड में पूर्ण रुप से नष्ट हो गया था। इसका निर्माण आधुनिक काल के रुप में किया गया हैं, इसे यूक्रेन के पश्चिमी सभ्यता ”बॉयको” के आधार पर निर्मित किया गया हैं। चर्च के गुम्बद में पांच कॉपर क्लैड का प्रयोग किया गया हैं जिनका वजन लगभग 18,000 किलोग्राम से भी अधिक हैं। इसके निर्माण कार्य में उत्तम दर्जें की टिम्बर व लकड़ियों का प्रयोग किया गया हैं। दिसम्बर में अपनी टिम्बर कारीगरी के लिए इस चर्च को काउन्सिल द्वारा बेहतरीन कारीगरी का पुरस्कार भी दिया गया।
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