टीटीसी : 200 से अधिक कर्मचारियों को घोटाले में लिप्त पाएं जाने पर निकाला 

टोरंटो। टीटीसी में एक बड़े स्वास्थ्य बीमा घोटाले में लिप्त 200 से अधिक कर्मचारियों को उनके पदों से निष्कासित कर दिया गया, सूत्रों  के अनुसार लगभग 223 कर्मचारियों ने अपने झूठे स्वास्थ्य बीमाओं से परिवहन एजेंसी को धोखे में रखने का प्रयास किया। गौरतलब हैं कि सरकारी कर्मचारियों ने अपने ऑर्थोटिक्स ने जांच में स्वयं को फिट घोषित करवाया जबकि ऐसा कुछ नहीं था, परंतु काम के समय चोटिल होने या कुछ अन्य परेशानी के कारण वह कंपनी से इसका दावा कर सकते थे। पुलिस ने बताया कि इंश्योरेंस भुगतान के लिए चरित्र प्रमाण पत्र बनवाया गया, परंतु वह गलत है। इस घोटाले के प्रमुख आरोपी एडम स्मिथ को 5000 डॉलर का जुर्माना और दो वर्ष की जेल भी हो सकती हैं इस प्रकार के प्रमाण पत्र जारी करने के जुर्म में। परंतु इस घटना में 10 कर्मचारियों पर आरोप सिद्ध हो गए जबकि चार पर आरोप सिद्ध नहीं होने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया, ज्ञात हो कि इन कर्मचारियों ने धोखाधड़ी से अब तक 82,000 डॉलर का भुगतान प्राप्त कर लिया था, जिसे भी वसूला जाएगा। छ: अन्य कर्मचारियों पर भी आरोप सिद्ध हो गए हैं, अब उन पर केस कोर्ट में चलेगा, टीटीसी ने यह भी आरोप लगाया कि मानुलाईफ इस घोटाले को नहीं पहचान सका और इस प्रकार की लूट को होने दिया। टीटीसी ने बताया कि इन खर्चों के कारण ही उन्होंने अपने लाभों को कम करते हुए 7 मिलीयन डॉलर से अधिक के दावों में कटौती की है।
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