खालिदा जिया के लेख से बांग्लादेश की सियासत में मचा बवाल

20120109-khaleda-460_0बांग्लादेश-एक अमेरिकी अखबार में बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी की प्रमुख खालिदा जिया के लिखे लेख ने यहां राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है। जिया ने अपने इस लेख में प्रजातंत्र की रक्षा के लिए बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की मांग की है। हालांकि, बीएनपी ने कहा है कि जिया ने समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन टाइम्स’ को कोई लेख नहीं भेजा है, जबकि अखबार का कहना है कि लेखक की पुष्टि करने के बाद ही उसने यह लेख प्रकाशित किया है। बीएनपी के प्रवक्ता रिजवी अहमद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘यह लेख उनका नहीं हैं। यह किसी साजिश के तहत किया गया जालसाजी का मामला हो सकता है।’
इस बीच सत्ताधारी अवामी लीग ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि यह लेख उन्होंने ही लिखा है और इसके लिए जिया को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। अमेरिका द्वारा कर्मचारी अधिकार और सुरक्षा मुद्दों को लेकर बांग्लादेश को मिले तरजीही व्यापार दर्जा या जीएसपी निलंबित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी रही जिया पर तीखा हमला किया है।
हालांकि पिछले सप्ताह जिया ने ऐसा कोई भी लेख लिखने की बात से इनकार करते हुए कहा था कि बांग्लादेश के लिए व्यापारिक प्राथमिकताएं खत्म करने की मांग करने वाला पांच महीने पहले प्रकाशित हुआ यह लेख उन्होंने नहीं भेजा है।
जिया ने कहा, ‘कुछ लोग मेरे नाम से छपे एक लेख का हवाला दे रहे हैं। मैंने अखबार को ऐसा कोई लेख नहीं भेजा है। बांग्लादेश के लिए जीएसपी सुविधाओं के निलंबन की मांग से जुड़ा कोई भी लेख मैंने नहीं भेजा है।’’ हालांकि शेख हसीना ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब इससे मुकरने का कोई फायदा नहीं है।
प्रधानमंत्री ने संसद में अखबार लहराते हुए कहा, ‘इसमें यहां कहा गया है- खालिदा जिया का लेख, पूर्व प्रधानमंत्री और वर्तमान विपक्षी नेता। यह इंटरनेट पर भी मौजूद है।’ डेली स्टार सहित बांग्लादेश के विभिन्न मीडिया संस्थानों ने वाशिंगटन पोस्ट से इसकी पुष्टि की है, जिसका कहना है कि इस वर्ष 30 जनवरी को ‘जिया: द थैंकलेस रोल इन सेविंग डेमोक्रेसी इन बांग्लादेश’ शीर्षक से छपा लेख जिया का ही लिखा हुआ है।
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