वैन हमले के पश्चात जी-7 मंत्रियों ने माना ‘गुप्त’ इंटरनेट सेवा रोक सकती हैं इस आतंक को

टोरंटो। जी-7 देशों के सुरक्षा मंत्रियों ने माना कि इस प्रकार की घटनाओं के लिए देश की हाइटेक तकनीक को और अधिक प्रबल करना होगा, सभी मंत्रियों ने इस बात पर साझा राय बनाई कि इस प्रकार के आतंक को रोकने के लिए सबसे कारगर उपाय गुप्त इंटरनेट सेवा हैं, जिससे आजकल सभी लोग जुड़े हैं और दुनिया के सभी इंटरनेट सेवा उपलब्ध करवाने वाली कंपनियां किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान होते ही उसकी पहली सूचना स्थानीय पुलिस को दें, जिससे इस प्रकार की घटनाओं पर नियंत्रण आ सकेगा। टोरंटो में जी-7 शिखर वार्ता के अंतिम दिन मुख्य मुद्दा टोरंटो ट्रक हमला था, सभी ने हमले में मारे गए 10 मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा, और उन निर्दोष लोगों के परिजनों को सांत्वना रखने की सलाह दी। सभी मंत्रियों ने इस हमले पर चिंता व्यक्त की और दुनिया में फैल रही हिंसा को बहुत बुरा बताया। ज्ञात हो कि इस बार इस सम्मेलन में दुनिया के प्रख्यात इंटरनेट सेवा के प्रावधानकर्त्ता फेसबुक, गूगल, ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट आदि के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए, उनसे एक ऐसा मंच तैयार करने को कहा गया जहां कोई भी संदिग्ध कार्यवाही वाला व्यक्ति या अपनी पहचान बार-बार बदलने वाले व्यक्ति को तुरंत चिन्हित किया जाएं और इसकी गुप्त सूचना पुलिस को दें दे, जिससे देश को आंतक जैसी भयानक गतिविधियों से बचाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए निपुण लोगों की टीम ही इस आतंक को रोक सकेगी। हमें लोगों को जागरुक करना होगा कि इस प्रकार का मंच ही दुनिया से आतंक या यौन शोषण या मानव तस्करी जैसे जंघन्य अपराधों पर अंकुश लगा सकता हैं। आज के आधुनिक युग में नई नई सुरक्षा सेवाओं से बहुत अधिक सुविधा दी जा रही हैं।
You might also like

Comments are closed.