राज्य सरकार जल्द ही कुछ करें : यूनियन

– टोरंटो के प्रख्यात वूडब्रिज लोन्ग-टर्म केयर होम में पिछले कुछ दिनों में तेजी से 18 कोरोना संक्रमितों के पाएं जाने के पश्चात स्टाफ यूनियन ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप देने की अपील की

टोरंटो। केवल कुछ दिनों में ही वूडब्रिज होम केयर सेंटर से 18 निवासियों को कोरोना संक्रमित होना आश्चर्य की बात लग रही हैं, इन मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करवा दिया गया हैं, परंतु मामले की गंभीरता को देखते हुए सेंटर के स्टाफ कर्मियों का मानना है कि इस विषय पर सरकार स्वयं हस्तक्षेप करें और जल्द ही इस होम केयर सेंटर को भी अपनी सुरक्षा में लें, जिससे मामलों में अधिक वृद्धि न हो सके और राज्य में मौत का आंकड़ा अधिक न हो सके। होम केयर में कार्य करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि हम उन सभी अस्पतालों के हार्दिक आभारी हैं, जिन्होंने अपनी तीव्रता दिखाते हुए  मामले को जल्द ही संभाल लिया और पिछले दिनों वूडब्रिज से आएं सभी 18 संक्रमित अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई हैं, इन संक्रमितों के कारण न जाने कितने सैकड़ों अन्य लोग संक्रमित हुए हैं, ये कोई नहीं जानता? वहीं साएना सीनियर लीविंग होम के उपाध्यक्ष जोनी डायकीमैन ने कहा कि इस समय इस महामारी पर काबू पाना असंभव हैं, जिसके लिए कठिन प्रबंध करने होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल की परिस्थितियों में हम डेली वेजस पर सभी प्रबंध कर रहे हैं, हम स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों और अन्य सहकर्मियों के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश भी कर रहे हैं, परंतु इसमें हम नाकाम हैं। इसलिए सरकार को जल्द ही इस मामले में पहल करते हुए आगे आना होगा और स्थितियों को संभालने के लिए स्वयं इन होम केयरस का प्रबंधन करना होगा, जिससे इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। पिछले सप्ताह अपनी मां को कोरोना के कारण खोने वाले क्रुडो ने कहा कि यदि सरकार समय पर ईटोबीकोक स्थित सीएना को अपने दायरे में ले लेती तो शायद आज उसकी मां जीवित होती, ज्ञात हो कि क्रुडो के अनुसार ईटोबीकोक जनरल अस्पताल ने उसकी मां की मृत्यु का समाचार उसे नहीं दिया और इतनी बड़ी सूचना उनसे छुपाई, जिससे आज पूरा परिवार बेहद दु:ख से गुजर रहा हैं। इसी प्रकार एंगलो बोजीलीयोनों का भी यहीं कहना है कि यदि उसकी मां की तबीयत के बारे में भी होम केयर सेंटर सच नहीं छुपाता तो शायद आज वह जिंदा होती, कोरोना के कारण एंगलो की मां की भी हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया जहां एक दिन पश्चात ही उसकी मौत हो गई, वह भी पिछले पांच वर्षों से एक होम केयर सेंटर में रह रही थी। ऐसे अनगित केसों के कारण स्थानीय लोगों का मानना है कि सरकार को जल्द ही राज्य के सभी होम केयर सेंटर अपने अधिनस्थ कर लेने चाहिए जिससे आगामी मौतों को रोका जा सके।

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